खुले में मिले हजारों कंडोम के पैकेट: स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप, CMO पहुंचे

आते-जाते कुछ लोग उसे देखकर हैरान थे वहीं कुछ लोग नजर बचाकर कंडोम जेब में रखकर वहां से चलते बने.

Update: 2022-03-22 12:06 GMT

पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में लोग उस वक्त चौंक गए जब उन्होंने एक जगह कंडोम के हजारों पैकेट को देखा. आते-जाते कुछ लोग उसे देखकर हैरान थे वहीं कुछ लोग नजर बचाकर कंडोम जेब में रखकर वहां से चलते बने. मामला पीलीभीत शहर के नखासा मोहल्ले का है.

खुले में कंडोम के हजारों पैकेट मिलने के करीब 24 घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग को इसकी खबर लगी. जिसके बाद विभाग के लोगों ने खानापूर्ति करते हुए कुछ डिब्बों को उठाया और वहां से चले गए.
सोमवार (21 मार्च) को नखासा मोहल्ले में एक खाली जगह पर लोगों ने इस कंडोम के ढेर को देखा था. पहले तो लोगों को लगा कि एक्सपायर (उपयोग लायक नहीं) होगा लेकिन जब पैकेट को उठा कर देखा तो कंडोम की एक्सपायरी डेट साल 2024 की थी.
खुले में मिले कंडोम के पैकेट पर नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (NACO) और HIV हेल्पलाइन नंबर 1097 के साथ ही गवर्नमेंट ऑफ इंडिया फ्री सप्लाई नॉट फॉर सेल भी लिखा हुआ है. इसका मतलब हुआ कि ये कंडोम बेचने के लिए नहीं बल्कि लोगों को मुफ्त देने के लिए था.
बड़ी संख्या में खुले में कंडोम पाए जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य महकमे के CMO डॉ आलोक कुमार ने कहा कि ये जमीन पर पड़े हुए मिले हैं, अब इनका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. हालांकि उससे पहले ही कई लोग चुपचाप कंडोम के पैकेट लेकर वहां से चले गए थे.
अब ऐसे में सवाल उठ रह हैं कि आखिरकार वहां पर हजारों कंडोम के पैकेट को किसने और क्यों फेंका. बता दें कि भारत सरकार इन कंडोम को naco द्वारा जिलों में काम कर रहे NGO को देती है ताकि लोकलज्जा के कारण दुकानों और सरकारी अस्पतालों से जो लोग कंडोम नहीं खरीद पाते हैं वैसे लोगों के घर तक इसे पहुंचाया जाए.
हालांकि NGO चलाने वाले लोग खानापूर्ति कर इसकी जानकारी विभाग को भेज देते हैं और कंडोम बर्बाद हो जाता है. इससे ना सिर्फ पैसों की बर्बादी होती है बल्कि सरकारी योजनाओं को भी पलीता लगता है.
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