वन्यप्राणी सुरक्षा में जान गंवाने वालों को मिलेंगे 25 लाख: शिवराज सिंह चौहान
भोपाल(आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन और वन्य-प्राणियों की सुरक्षा में जान गंवाने वाले वन विभाग के कर्मचारियों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए करने का ऐलान किया है। राजधानी में राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर राज्य वन शहीद स्मारक का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने वनकर्मियों को कई सौगातें दी और कहा, वन विभाग के अमले को 5,000 रुपए वर्दी और 1,000 रुपए का पौष्टिक आहार भत्ता भी दिया जाएगा। वन विभाग के महावत, कटर जैसे अल्प वेतन भोगी और अनियमित कर्मचारियों की मुख्यमंत्री निवास में बैठक बुलाकर उनकी समस्याओं के निराकरण और कल्याण एवं बेहतरी के लिए प्रयास किए जाएंगे। प्रदेश में प्रति वर्ष राष्ट्र वन शहीद दिवस उद्देश्यपूर्ण ढंग से मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने नवनिर्मित वन भवन में आयोजित वन महोत्सव में 44 शहीद वन कर्मियों के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी तथा शाल-श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने वन सम्पदा का बखूबी संरक्षण किया है। देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र मध्यप्रदेश में है, जो राज्य के क्षेत्रफल का 30 प्रतिशत और देश के कुल वन क्षेत्र का 12.30 प्रतिशत है। वन्य-प्राणियों की सुरक्षा में भी हम आगे हैं। मध्यप्रदेश देश का टाइगर स्टेट तो है ही यहां तेंदुआ, घड़ियाल, गिद्धों की संख्या भी पर्याप्त है। साथ ही चीतों का भी पुनर्स्थापन हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर वनों की सुरक्षा की, राष्ट्र उनका ऋणी है। वन कर्मी अपने परिवार से दूर रहकर कठिन परिस्थितियों में खतरों के बीच अपने कर्तव्य निभाते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने प्रदेश में वन और वन्य-प्राणियों की सुरक्षा के लिए अधिक कठोर कानून बनाने की आवश्यकता बताई तथा सम्पूर्ण वन भवन, वन विभाग को उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री चौहान का आभार माना।