भगवान राम से जुड़ी जगहों का दर्शन कराएगी ये ट्रेन, 18 दिनों में 8 हजार किलोमीटर का सफर

Update: 2022-05-11 04:51 GMT

Indian Railways: भारत में पर्यटन के क्षेत्र में काफी ज्यादा संभावनाएं हैं. कहा जाता है कि अगर टूरिज्म सेक्टर को सही तरीके से हैंडल किया जाए तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था में एक अहम कड़ी साबित हो सकता है.इसी के तहत भारतीय रेलवे का उपक्रम आईआरसीटीसी, रेल मंत्रालय भारत गौरव पर्यटक ट्रेन का संचालन शुरू करने जा रहा है.

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस पहली वातानुकूलित भारत गौरव ट्रेन श्री रामायण यात्रा के लिए चलाई जाएगी. यह विशेष पर्यटक ट्रेन दिल्ली से 21 जून को प्रारंभ होगी और पर्यटकों को भगवान श्रीराम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भ्रमण व दर्शन कराएगी.
यात्रा का पहला पड़ाव भगवान का जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहां श्री राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान मंदिर और नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा. अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन बक्सर जाएगी जहां विश्वामित्र का आश्रम और रामरेखा घाट पर गंगा स्नान का कार्यक्रम होगा. यहां से ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी जहां जानकी जन्म स्थान वह नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर का दर्शन प्राप्त किया जा सकेगा. ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा जहां से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, व चित्रकूट की यात्रा करेंगे. इस दौरान काशी प्रयाग और चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा.
चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पंचवटी और त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा. नासिक के पश्चात प्राचीन किष्किंधा नगरी हंपी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा जहां अंजनी पर्वत स्थित श्हनुमान जन्म स्थल व अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक व विरासत मंदिरों का दर्शन कराया जाएगा. हम्पी के पश्चात रामेश्वरम इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा. रामेश्वरम में पर्यटकों को प्राचीन शिव मंदिर व धनुषकोडी का दर्शन लाभ प्राप्त होगाय रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन कांचीपुरम पहुंचेगी जहां शिव कांची, विष्णु कांची और कामाक्षी माता मंदिर का भ्रमण कराया जाएगा. इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव तेलंगाना राज्य में स्थित भद्राचलम होगा जिसे दक्षिण की अयोध्या के नाम से भी जाना जाता है. यह ट्रेन 18वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी. इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 8000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी.
इस वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन में ऐसी तृतीय श्रेणी के कोच होंगे. साथ ही आधुनिक किचन कार से यात्रियों को उनकी बर्थ पर ही शाकाहारी स्वादिष्ट भोजन परोसा जाएगा. ट्रेन में यात्रियों के मनोरंजन व यात्रा की जानकारी आदि प्रदान करने हेतु इन्फोटेन्मेंट सिस्टम भी लगाया गया है. स्वच्छ शौचालय के साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड एवं सीसीटीवी कैमरे भी प्रत्येक कोच में उपलब्ध रहेंगे.
भारत गौरव पर्यक ट्रेन, भारत सरकार की पहल "देखो अपना देश" के अनुरूप, घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही है. आईआरसीटीसी ने इस 18 दिनों की यात्रा के लिए रु 62370/- प्रति व्यक्ति का शुल्क निर्धारित किया है. इस टूर पैकेज की कीमत में यात्रियों को रेल यात्रा के अतिरिक्त स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन, बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड व इंश्योरेंस आदि कि सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. सरकार/पीएसयू के कर्मचारी इस यात्रा पर वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर पात्रता के अनुसार एलटीसी सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं.
आईआरसीटीसी ने इस टूर की बुकिंग प्रक्रिया को सुगम बनाने व ग्राहकों के लिए इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पेटीएम व रेज़रपे जैसी पेमेंट गेटवे संस्थाओं से करार किया है, जिससे टूर की राशि का भुगतान आसान किश्तों में भी किया जा सके. भुगतान के लिए कुल राशि को 3, 6, 9, 12, 18 व 24 महीनों की किश्तों मे पूरा किया जा सकेगा. किश्तों मे भुगतान की यह सुविधा डेबिट व क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बुकिंग करने पर उपलब्ध रहेगी. यात्रा की बुकिंग के लिए 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के प्रत्येक यात्री को कॉविड के टीके का दोनों डोज लगा होना अनिवार्य होगाय
यह ट्रेन स्वदेश दर्शन के अंतर्गत चिन्हित रामायण सर्किट पर प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों का पर्यटन कराएगी. नेपाल स्थित जनकपुर में राम जानकी मंदिर का भ्रमण भी ट्रेन टूर में शामिल होगा. आईआरसीटीसी की भारत गौरव ट्रेन में एसी तृतीय श्रेणी के कुल 10 कोच यात्रियों के लिए होंगे जिसमें कुल 600 यात्री यात्रा कर सकेंगे. इस पर्यटक ट्रेन में पैन्ट्री कोच की सुविधा होगी जिससे पर्यटकों को शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा.
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