इस बार चंद्रयान पर विराजेंगे विघ्नहर्ता, पांच दिनों तक बदलता रहेगा सिंहासन
वाराणसी। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी 18 सितंबर को गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसको लेकर भोलेनाथ की नगरी में तैयारियां शुरू हो गई हैं। मूर्तिकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। वहीं घरों में भी तैयारी हो रही है। इस बार विघ्नहर्ता चंद्रयान के सिंहासन पर विराजेंगे। पांच दिनों तक लगातार सिंहासन बदलता रहेगा। गणेशोत्सव को लेकर लोगों में उत्साह है। गणेशोत्सव पर शहर में जगह-जगह विविध आयोजन होते हैं। संस्थाओं की ओर से धार्मिक अनुष्ठान और प्रतियोगिताएं भी आयोजित कराई जाती हैं।
श्रीगणेश उत्सव सेवा समिति के सदानंद पाठक के अनुसार इस बार चंद्रयान-3 के रूप में बने सिंहासन पर गणपति विराजमान होंगे। 18 सितंबर को ही विश्वकर्मा पूजा, हरतालिका तीज भी है। ऐसे में इन त्योहारों की तैयारियों में भी लोग जुटे हैं। इससे बाजार की रौनक बढ़ गई है। मूर्तिकारों के मुताबिक इस बार मूर्तियों की मांग दोगुनी हो गई है। ऑर्डर पर मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। दाम में भी 10 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वाराणसी जिले में 50 हजार से अधिक मूर्तियां तैयार हो रही हैं। मूर्तिकार ने बताया कि पिछले साल से दोगुनी मूर्तियां बनवाने के ऑर्डर मिले हैं। जौनपुर, भदोही, सोनभद्र, चंदौली आदि जिलों से भी ऑर्डर आए हैं। हरतालिका तीज और गणेशोत्सव पर मांग ज्यादा है। शिव-पार्वती की इस बार 10 हजार से अधिक मूर्तियां बनाई हैं। इस बार यह 40 प्रतिशत बढ़ी है।