मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अतरौली क्षेत्र में महिला ने घर में फांसी लगा ली और इस घटना के कुछ घंटे बाद पति ने लखनऊ में भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घर के लोगों का कहना है कि दोनों ने प्रापर्टी डीलर की धोखेबाजी के कारण आत्महत्या की. क्योंकि उसने पैसा लेकर प्लॉट किसी अन्य को बेच दिया था. जिसके बाद पूरा परिवार तनाव में था. जानकारी के मुताबिक हरदोई के गांव माड़िगांव के माजरा केसरीपुर निवासी सुनील लखनऊ के काकोरी थाना के बम्हरौली में चाय बेचकर जीवन यापन करता था. सुनील के साथ उनकी पत्नी सोनिका और चार साल की बेटी साक्षी और चार माह का बेटा युवराज भी रहते थे. वहीं सुनील ने बम्हरौली में एक प्लॉट खरीदने के लिए मामूली रकम जोड़ी थी और प्लॉट खरीदा था. प्लॉट के सौदे में सिर्फ 30 हजार रुपये देने बाकी थे, लेकिन प्लॉट मालिक ने प्लॉट को किसी और को बेच दिया. जानकारी के मुताबिक मकर संक्रांति पर सोनिका बच्चों को लेकर सीतापुर के संदना के समसापुर मायके गई थी और वहां केसरीपुर आ गई थी. लेकिन लखनऊ में सुनील को पता चला कि प्लॉट मालिक ने प्लॉट किसी और को बेच दिया है और इसकी जानकारी जब सोनिका को पता चली तो उसने अपनी ननद प्रियंका को बेटी को लेने के लिए पुराने घर भेज दिया और उसी समय कमरे में फांसी लगा ली. जब प्रियंका वापस आई तो सोनिका का शव फांसी पर लटका हुआ मिला और इस घटना की जानकारी घर के लोगों ने सुनील को दी तो वह आहत हो गया.
वहीं पत्नी की मौत की खबर मिलने के बाद लखनऊ में पति प्लॉट के पास पहुंचकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया और पति पत्नी की मौत के बाद दोनों बच्चे अनाथ हो गए. अतरौली थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. घर में सुनील की चार साल की बेटी साक्षी और चार महीने का बेटा युवराज हैं.