नागपुर में रहा ये शख्स निकला तालिबानी?, एलएमजी मशीन गन के साथ फोटो वायरल होते ही मचा हड़कंप
तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद इस पूरे देश में ही नहीं दुनिया की राजनीति में भी अफरातफरी का माहौल है. तालिबानियों ने जिस तरह से अफगानिस्तान पर देखते ही देखते कब्जा किया और अपने शासन की झलक दी है, वह दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया है. इसके साथ ही अफगानिस्तान से तालिबान के कारनामों भी वीडियो की शक्ल में दुनिया के सामने आ रहे हैं और तेजी से वायरल हो रहे हैं.
अफगानिस्तान से आने वाले वीडियो में देखा जा सकता है कि तालिबानी लड़ाके हथियारों के साथ सरकारी दफ्तरों से लेकर राष्ट्रपति भवन और खेल समेत तमाम अहम संस्थानों में बैठे नजर आ रहे हैं. ऐसे ही एक लड़ाके की तस्वीर खूब वायरल हो रही है और उसका भारत के नागपुर से खास कनेक्शन भी सामने आया है. सोशल मीडिया में तालिबान के लड़ाके नूर मोहम्मद उर्फ अब्दुल हक की फोटो खूब वायरल हो रही है. ये शख्स तालिबानी संगठनों से जुड़ा हुआ है. ये लड़ाका नागपुर में 10 साल से रह रहा था. इसे महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था और मौजूदा उठापटक से कुछ समय पहले ही 23 जून 2021 को अफगानिस्तान में डिपोर्ट कर दिया गया था. अब उसकी हथियार के साथ फोटो दुनिया भर में वायरल हो रही है.
नागपुर पुलिस ने शिकायत के आधार पर नूर मोहम्मद को 16 जून 2021 को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने जांच में पाया था कि नूर मोहम्मद के शरीर में बंदूक के कई निशान हैं. उसके पास से तालिबान के कई वीडियो भी मिले थे. जांच में पुलिस को आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी भी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने 23 जून 2021 को नूर मोहम्मद अफगानिस्तान के दूतावास से संपर्क कर डिपोर्ट कर दिया.
एलएमजी मशीन गन के साथ नजर आ रहा नूर
लेकिन अब नूर की जो तस्वीर सामने आई है, उससे उसका असली चेहरा सामने आ गया है. इन तस्वीरों में नूर एलएमजी मशीन गन के साथ नजर आ रहा है. साथ में ही उसके पास कई बुलेट भी हैं. इस फोटो के वायरल होने के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी ने नागपुर पुलिस को जानकारी भी दी है. हालांकि पुलिस इस पर कुछ भी कहने से साफ मना कर रही है. नागपुर पुलिस के स्पेशल ब्रांच के डीसीपी बसवराज तेली ने आज तक से बात करते हुए कहा है कि उनके विभाग के पास ऐसी कोई तकनीक नहीं है, जिससे ये पता लगाया जा सके कि ये तस्वीर नूर मोहम्मद की ही है. उन्होंने कहा, अभी इस मामले में कुछ कह पाना ठीक नहीं है.
अफगानिस्तान से भारत ने निकाले 200 नागरिक
तालिबान का लगभग पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद काबुल पर अपना शिकंजा कस लिया है. तालिबानी शासन से बचने के लिए लोग अफगानिस्तान छोड़ कर भागने की कोशिश कर रहे हैं. दुनिया के कई देश अफगानिस्तान में फंसे अपने लोगों को निकाल रहे हैं. अमेरिका ने अब तक करीब 5000 लोगों को अफगानिस्तान से निकाल लिया है. वहीं ब्रिटेन ने भी करीब 1200 लोगों को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकाल लिया है. इसके अलावा जर्मनी ने 100 अफगानी समेत 900 लोगों को, टर्की ने 592 लोगों को, फ्रांस ने 290 लोगों को, जबकि भारत ने अपने 200 नागरिकों को एयरलिफ्ट किया है.