अशोक गहलोत ने राजीव गांधी के 1 रुपया और 15 पैसे वाले बयान को ऐसे किया याद
उदयपुर: भाजपा सरकार के मंत्री और दिग्गज नेताओं को जब भी डीबीटी का लाभ गिनाते हुए भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस पर हमला बोलना होता है तो वह देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 1 रुपया और 15 पैसे वाले बयान का जिक्र जरूर करते हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोमवार को अपने नेता, देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के उस 1 रुपया और 15 पैसे वाले बयान का जिक्र किया, लेकिन एक अलग ही अंदाज में। राजस्थान के उदयपुर में आयोजित राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र के 9वें सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम में बोलते हुए अशोक गहलोत ने डीबीटी के माध्यम से सीधे लोगों के खाते में पैसे पहुंचने के अभियान की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि सरकार एक रुपया भेजती है, लेकिन लोगों तक सिर्फ 15 पैसा पहुंचता है।
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने अपनी भावना व्यक्त की थी। इसके साथ ही उन्होंने आईटी और कंप्यूटर को लेकर मिशन मोड में काम किया, देश में कंप्यूटर लेकर आए, आईटी सेक्टर को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी सरकार ने इसकी शुरुआत की, देश में आईटी और कंप्यूटर सेक्टर में तेजी से काम हुआ, बाद की सरकारों ने भी इस पर काम किया। आगे चलकर देश में इंटरनेट और मोबाइल का क्रांतिकारी काम हुआ, जिसकी वजह से दुनिया लोगों की मुट्ठी में आ गई और आज जो एक रुपया भेजा जा रहा है, वह डीबीटी के माध्यम से पूरा का पूरा लोगों तक पहुंच रहा है।
उन्होंने बिना नाम लिए भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग यह कहते हैं कि कांग्रेस की सरकार में एक रुपए में से सिर्फ 15 पैसे ही लोगों के पास पहुंचते थे, लेकिन उनकी सरकार में पूरा एक रुपया सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंच रहा है, ऐसे लोगों से वह कहना चाहेंगे कि यह सब राजीव गांधी की देन है क्योंकि उन्होंने तब मिशन मोड में आईटी सेक्टर के लिए काम किया था, जिसका फायदा आज नजर आ रहा है। उदयपुर में आयोजित सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए गहलोत ने डिजिटल युग में लोकतंत्र और सुशासन की मजबूती के लिए नई तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर लोगों तक पहुंचने की बात पर भी बल दिया।
गहलोत ने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग भी हो रहा है और दुरुपयोग भी हो रहा है। गहलोत ने कोविड काल में केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा मिलकर शानदार मैनेजमेंट के साथ काम करने की बात कहते हुए कहा कि कोविड काल में केंद्र की एसओपी आती थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं जुड़ते थे (ऑनलाइन), वहां एसओपी के बारे में बताया जाता था। हम भी अपने सुझाव देते थे और इतना शानदार मैनेजमेंट सिर्फ इसलिए हो पाया क्योंकि देश में आईटी और इंटरनेट की सुविधा थी।
उन्होंने अपनी सरकार द्वारा शुरू की गई कई जनकल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान में सरकार ने आठ हजार ई मित्र बनाएं, जो लगभग हर प्रकार की सेवाएं ऑनलाइन दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान आईटी के सेक्टर में देश में पहले नंबर पर है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजस्थान के उदयपुर में आयोजित इस दो दिवसीय राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र के 9वें सम्मेलन का सोमवार को उद्घाटन किया। सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर सीपीए मुख्यालय के चेयरपर्सन इयान लिडेल-ग्रेंजर, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी सहित देश के कई अन्य राज्यों के विधानसभा स्पीकर और राजस्थान के कई अन्य विधायक भी मौजूद रहें।