नई दिल्ली. बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस (IPS) अधिकारी शिवदीप वामन राव लांडे (Shivdeep Wamanrao Lande) ने महाराष्ट्र के हाईप्रोफाइल मनसुख हिरेन मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. लांडे इस केस को लेकर एक बार फिर से बिहार के बाहर अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में चर्चा में हैं. बता दें कि लांडे इस समय महाराष्ट्र एटीएस (Anti Terrorist Squad) के डीआईजी (DIG) के तौर पर काम कर रहे हैं. लांडे कुछ साल पहले ही बिहार से महाराष्ट्र प्रतिनियुक्ति पर गए थे. शिवदीप लांडे ने रविवार को सोशल साइट्स पर एक पोस्ट कर दावा किया कि हिरेन मर्डर केस की गुत्थी को सुलझा लिया गया है. बता दें कि हाल ही में मुंबई के एक पॉश इलाके में विस्फोटकों से भरा वाहन पाए जाने के कुछ दिनों बाद ही मनसुख हिरेन का शव नदी किनारे पाया गया था. ये गाड़ी मनसुख हिरेन का था.
बता दें कि महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अकोला जिले के निवासी शिवदीप वामन राव लांडे नारकोटिक्स डिपार्टमेंट में एसपी के पद पर तैनात थे और इस दौरान उन्होंने नशे के सौदागरों के खिलाफ मुहिम चलाकर कई सफल आपरेशन को अंजाम दिया था. इस दौरान करोड़ों का मादक पदार्थ पकड़कर एक रिकॉर्ड भी बनाया. अपनी नई पोस्टिंग को लेकर लांडने पिछले साल News 18 के साथ बातचीत में कहा था कि सरकार ने उन्हें महत्वपूर्ण चुनौती दी है और वह पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ नए दायित्व का निर्वहन करेंगे.
पटना के सिटी एसपी रहते हुए भी लांडे ने अपराधियों और काले धंधे में शामिल लोगों के लिए खौफ का पर्याय बन गए थे. लांडे परीवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में नक्सल प्रभावित जिले मुंगेर से 2010 में कैरियर की शुरुआत की थी. वह मुंगेर में ही अपर पुलिस अधीक्षक रहे. इसके बाद पटना के सिटी एसपी के रूप में उन्होंने राजधानी क्षेत्र में काम किया.
लांडे के ट्रांसफर पर लोग उतर गए थे सड़कों पर
नवंबर 2011 में जब शिवदीप लांडे को राजधानी पटना से हटाकर अररिया का पुलिस अधीक्षक बनाया गया तो पटना में लोगों ने तबादले का काफी विरोध किया था. युवाओं और छात्रों ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था. युवाओं में विशेष लोकप्रिय लांडे के प्रशंसकों ने उनके नाम पर सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर अकाउंट खोल रखा है. फेसबुक पर उनके हजारों फॉलोवर हैं.
मनसुख हिरेन केस में हो रही है गिरफ्तारी
मनसुख हिरेन की मौत के मामले में एटीएस ने महाराष्ट्र पुलिस के कांस्टेबल विनायक शिंदे और नरेश धारे समेत एक बुकी को गिरफ्तार किया है. हिरेन की मौत के मामले में दो आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश भी किया गया. अदालत ने इन दोनों को ही 30 मार्च तक एटीएस की कस्टडी में भेज दिया है.
गौरतलब है कि ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन की मौत की जांच बीते शनिवार को एनआईए को सौंप दी गई थी. मुंबई के एक पॉश इलाके में विस्फोटकों से भरा वाहन पाए जाने के कुछ दिनों बाद हिरेन का शव नदी किनारे पाया गया था. विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो की बरामदगी से जुड़े मामले की जांच एनआईए कर रही है.
लड़कियों को बांटा नंबर
बिहार में शिवदीप लांडे के नाम कई कारनामे दर्ज हैं. खासकर सड़क छाप लफंगों पर इनकी सख्ती ने कॉलेज और स्कूल की लड़कियों के बीच इनकी छवि हीरो की बना दी थी. मनचलों को सबक सिखाने और लड़कियों को मदद के लिए किसी भी समय उपलब्ध रहने के लिए उन्होंने अपना निजी मोबाइल नंबर लड़कियों के बीच बांट दिया था. नतीजा यह हुआ कि राजधानी की सड़कों से मनचलों का धीरे-धीरे सफाया हो गया क्योंकि एक शिकायत पर शिवदीप लांडे खुद मनचलों को सबक सिखाने पहुंच जाया करते थे.
शिवदीप लांडे अपराधियों से सीधे लोहा लेने के लिए जाने जाते हैं. यही वजह है कि जब बिहार के रोहतास में वो पुलिस कप्तान की भूमिका में थे तब अवैध खनन माफियों से उनकी सीधी भिड़ंत हो गई. माइनिंग माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए शिवदीप अवैध खनन की मशीनें जब्त करने निकले थे और अचानक अपराधियों ने उनपर फायरिंग कर दी. बहादुर आईपीएस अफसर ने अपनी जान की परवाह किये बिना डटकर माफियाओं का सामना किया. कहा जाता है कि करीब 30 राउंड फायरिंग उस दौरान हुई थी. बाद में शिवदीप ने खुद जेसीबी मशीन संभाली और अवैध खनन के सारे जुगाड़ को तहस-नहस कर दिया. इस दौरान 500 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
दुपट्टा पहन आरोपी को पकड़ा
जनवरी, 2015 में शिवदीप पटना के डाक बंगला चौराहे पर घूस मांग रहे इंस्पेक्टर सर्वचंद को फिल्मी अंदाज में दुपट्टा ओढ़कर पकड़ने के मामले में चर्चा में आए थे. यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सर्वचंद पर आरोप था कि वह पटना के दो व्यापारी भाइयों से एक पुराने केस को खत्म करने के लिए पैसे मांग रहे थे. इन दोनों भाइयों ने इसकी जानकारी तत्कालीन एसपी शिवदीप लांडे को दी. इसके बाद लांडे भेष बदलकर टी-शर्ट पहने और सर पर दुपट्टा लपेटे इंस्पेक्टर सर्वचंद का डाक बंगला चौराहे पर इंतजार करने लगे.
सर्वचंद जैसे ही घूस का पैसा लेने के लिए वहां पहुंचे, शिवदीप ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, सबूतों के अभाव में थोड़ी ही देर में सर्वचंद्र को छोड़ भी दिया गया. शिवदीप अपनी दबंग स्टाइल की वजह से युवाओं के बीच खासे चर्चित हैं. यूथ उन्हें 'दबंग' और 'सिंघम' नाम से बुलाते हैं.