चक्रवाती तूफान के बने हालात...पश्चिमी तट से टकरा सकता है साइक्लोन...कोस्ट गार्ड ने जारी की एडवाइजरी
तूफान के बने हालात
अरब सागर के ऊपर चक्रवात बनने की आशंका के चलते इंडियन कोस्ट गार्ड (ICG) ने मछुआरों को समुद्र में न जाने और करीबी बंदरगाह पर वापस जाने की चेतावनी देने के लिए मत्स्य विभाग को एक एडवाइजरी जारी की है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है और यह धीरे-धीरे 16 मई तक यह पूर्वी-मध्य अरब सागर के ऊपर एक चक्रवात में बदल सकता है. चक्रवात के प्रभाव वाले क्षेत्रों में केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, गोवा और महाराष्ट्र के तट शामिल हैं.
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने समुद्र तटों पर मछली पकड़ने की गतिविधियों को अभी रोकने का आदेश जारी कर दिया है. भारतीय मौसम विभाग ने अरब सागर पर एक कम दबाव वाले क्षेत्र के पैदा होने की चेतावनी जारी की है, जिसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. हालांकि केरल चक्रवात के रास्ते में नहीं होगा, लेकिन इसके चलते 14 मई और 15 मई को भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है, जिसके चलते केरल सरकार बेहद सतर्क है. केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने सेना, नौसेना, IAF, तटरक्षक बल और NDRF के साथ तैयारियों की बैठकें की हैं. मछली पकड़ने की गतिविधियों को फिलहाल रोक दिया गया है.
गुजरात के मुख्यमंत्री ने भी की मीटिंग
अरब सागर में चक्रवात का पूर्वानुमान जताए जाने के बाद गुजरात के मुख्मयंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को बैठक की और तटीय जिलों के अधिकारियों को चौकस रहने एवं जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया. अधिकारियों का अनुमान है कि पूर्व-मध्य अरब सागर में चक्रवात से सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र समेत गुजरात के तटीय भागों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. हालांकि इस बात की तत्काल कोई चेतावनी नहीं है कि चक्रवात गुजरात पर असर डालेगा या नहीं.
16 मई को तेज हो सकता है तूफान
आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि 16 मई (रविवार) के आसपास पूर्वी मध्य अरब सागर में 'चक्रवाती तूफान' में तेजी आ सकती है और यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है. कुछ न्यूमेरिकल मॉडल इसके गुजरात और दक्षिण में कच्छ की तरफ होने की संभावना जता रहे हैं.