दोनों सदनों में 31 जनवरी और 1 फरवरी को नहीं होगा शून्यकाल का सेशन, सामने आई ये वजह
नई दिल्ली: 17वीं लोकसभा के 8वें सत्र के पहले दो दिनों के दौरान दोनों सदनों में राष्ट्रपति का अभिभाषण और बजट का प्रेजेंटेशन होगा। इस वजह से 31 जनवरी और 1 फरवरी 2022 को 'शून्य काल' नहीं होगा। 'शून्य काल' के दौरान उठाए गए सार्वजनिक महत्व के मामलों को 2 फरवरी 2022 से लिया जाएगा।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से आरंभ हो रहा है। राष्ट्रपति का अभिभाषण 31 जनवरी को होगा। सत्र के पहले चरण के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित होंगी, ताकि कोविड से जुड़ी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन हो सके।
लोकसभा की बैठक 1 फरवरी को सुबह 11 बजे होगी और उस दिन आम बजट पेश किया जाएगा। 2 फरवरी से लोकसभा की कार्यवाही शाम चार बजे से रात नौ बजे तक चलेगी। बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक होना है।
लोकसभा सचिवालय के हाल की बुलेटिन के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर निचले सदन की बैठक के दौरान दोनों सदनों के कक्षों और दीर्घाओं का इस्तेमाल सदस्यों के बैठने के लिए किया जाएगा। बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से आरंभ होगा जो 8 अप्रैल तक चलेगा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 31 जनवरी से आरंभ हो रहे बजट सत्र से पहले शुक्रवार को संसद भवन परिसर में कोरोना दिशानिर्देशों के पालन, विभिन्न सुविधाओं और सुरक्षा प्रबंध का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सांसदों, संसद सचिवालय के विभिन्न कर्मचारियों और मीडिया कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।