उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में सैकड़ों बच्चे रहस्यमयी बुखार से तप रहे हैं. अचानक बुखार इस कदर बढ़ जाता है कि सांसें थमने लगती हैं. फिरोजाबाद में इस रहस्यमयी बुखार से अब तक 50 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं मथुरा में पिछले 15 दिनों में 11 बच्चों की मौत हो गई है. आज सुबह 2 और बच्चों की मौत से प्रशासन हरकत में आ गया है.
मथुरा में अभी तक 11 बच्चों सहित 13 लोगों की मौत हो चुकी है. मौत के बाद लोगों में डर का माहौल है. फरह के कौंह गांव में फैली महामारी के कारण कई परिवार ने अपने घरों पर ताला लगा दिया और रिश्तेदार के घर पर चले गए हैं. हालांकि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग गांव के पानी के साथ लोगों की जांच करवा कर रहे हैं.
अभी तक की रिपोर्ट में गांव में डेंगू और मलेरिया के साथ कुछ अन्य बीमारी के लक्षण मिले हैं, लेकिन मौत के बढ़ते आंकड़े ने लोगों की बेचैनी बढ़ा दी है. गांव में दिल्ली और लखनऊ की टीमें भी कैम्प करके पता लगा रही हैं कि आखिर गांव में फैली महामारी की वजह क्या है?
मथुरा के फरह के 4 ,गोवर्धन के 2 व मथुरा ब्लॉक के 2 गांव के लोग इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और मौतों के लगातार बढ़ रहे मामलों से ग्रामीण दहशत में हैं. उधर प्रशासन ने गांव में अस्थायी अस्पताल बनवा दिया है और बीमार लोगों का आगरा, मथुरा जिला अस्पताल और वृन्दावन में इलाज चल रहा है.
आपको बता दें कि रहस्यमयी बुखार से सबसे अधिक केस फिरोजाबाद में सामने आए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी फिरोजाबाद का दौरा करके हालात का जायजा लिया था. उन्होंने अस्पताल में भर्ती कोमल से मुलाकात की थी और परिजनों को इलाज का भरोसा दिया था, लेकिन सीएम से मुलाकात के कुछ घंटों बाद ही कोमल की भी मौत हो गई थी.
फिरोज़ाबाद के अलावा रहस्यमयी बुखार के मरीज़ आगरा, कानपुर, मथुरा, मैनपुरी, एटा, कासगंज में भी मिल रहे हैं, तो पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोंडा, बस्ती, देवरिया, बलिया, आज़मगढ़, सुल्तानपुर और गाज़ीपुर में भी बुखार फैल रहा है. कोरोना की तीसरी लहर से पहले उत्तर प्रदेश में रहस्यमयी बुखार ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है.
फर्रुखाबाद में भी रहस्यमयी बुखार को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, ज़िले के कई गांवों में सैकड़ों लोग बीमार पड़े हैं. बीते दो दिन में फर्रुखाबाद के जरारी गांव में 3 लोगों की मौत हो चुकी है. गांव के हर घर में, महिलाएं हो या बुजुर्ग या फिर बच्चे बुखार से तप रहे हैं. गांव वालों की मानें तो बीते 2 हफ्ते से लोग बुखार का कहर झेल रहे हैं.