भूस्खलन की चपेट में आईं ताई-भतीजी का नहीं लगा सुराग, रैस्क्यू अभियान जारी
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गोहर। 23 अगस्त को जैंसला पंचायत में हुए भूस्खलन के मलबे की चपेट आईं ताई व भतीजी का कोई सुराग नहीं लगा। वीरवार को स्थानीय ग्रामीणों और एसडीआरएफ टीम ने पूरा दिन सर्च ऑपे्रशन जारी लेकिन शाम तक सभी को निराशा ही हाथ लगी। क्षेत्र में सड़क और विद्युत सुविधा न होने के कारण रैस्क्यू टीम को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मलबे में दबे परिवारों के चूल्हे 2 दिन से नहीं जल पाए हैं और हादसा स्थल पर अपनों की तलाश में टकटकी लगाए बैठे रहे। एसडीएम थुनाग विचित्र सिंह ठाकुर ने बताया कि मलबे में दबी महिलाओं को ढूंढने का अभियान जारी है। ग्राम पंचायत कलहनी के गांव डगैल में मलबे में कमरे में सोए नाना और दोहती का वीरवार को एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। पंचायत उपप्रधान रूप सिंह ठाकुर ने कहा कि हादसे में गोपी देवी पुत्री मीनु राम (15) और उनके नाना परमा नंद पुत्र नुरसु (62) के शव ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाले।