ये क्या...! हड़कंप मचा चीनी मिल में, सामने आई ये वजह
8200 कुंतल शीरा गायब हो गया है।
देहरादून: सितारगंज चीनी मिल परिसर में रखा 8200 कुंतल शीरा गायब हो गया है। अफसर कह रहे हैं कि हजारों कुंतल शीरा लीकेज के कारण बह गया है। झाड़ियां होने से लीकेज नजर नहीं आई। मामला गड़बड़ नजर आने पर आला अफसरों ने जांच बैठा दी है। अधिकारियों को चोरी का भी अंदेशा है।
किच्छा चीनी मिल से निकला 82 सौ कुंतल शीरा, खाली पड़ी सितारगंज चीनी मिल में रखवाया गया। इसके बाद दोबारा इस शीरे की सुध लेने की जरूरत नहीं समझी गई। पिछले दिनों जब शीरे का हिसाब किताब हुआ,तो करीब 50 लाख रुपये से अधिक का हेरफेर नजर आया। पड़ताल की तो पता चला कि सितारगंज मिल में रखे शीरे का कोई हिसाब-किताब नहीं है। इस मामले में चीनी विभाग गड़बड़ी और लापरवाही के लिए आबकारी विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहा है। चीनी विभाग का तर्क है कि चीनी मिल में शीरे की देखरेख का जिम्मा आबकारी विभाग का होता है।
इस संबंध में उत्तराखंड शुगर्स के एमडी उदयराज ने कहा कि शीरा गायब होने की पड़ताल कराई जा रही है। शीरा लीकेज के कारण बहा या गायब किया गया, इसकी रिपोर्ट मांगी है। सभी जिम्मेदार लोगों का जवाब तलब किया जा रहा है। आबकारी विभाग से भी रिपोर्ट मांगी है। जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। उधर, आबकारी विभाग के सचिव हरीश चंद्र सेमवाल ने कहा कि चीनी विभाग ने बताया है कि शीरा बह गया है। वो इसके लिए लीकेज को वजह बता रहे हैं। इसके बावजूद आबकारी विभाग के अफसरों से भी रिपोर्ट मंगाई जा रही है ताकि असल कारण पता चल सके।
इस 50 लाख के हेरफेर में चीनी विभाग के आला अफसरों को चोरी का भी अंदेशा है। संदेह जताया जा रहा है कि विभागीय अफसरों, स्टाफ के साथ सांठगांठ कर इस 8200 कुंतल शीरे को ठिकाने लगाया गया है। विभाग की ओर से आबकारी विभाग से भी रिपोर्ट ली जा रही है।