बलिया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार शुक्रवार को हनुमानगंज ब्लाक के ग्राम बघेवा स्थित अस्थाई गौवंश संरक्षण केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पशुओं की संख्या और उनकी देखभाल करने वाले एवं रात्रि के प्रकाश की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि यहां पर कुल 23 गौवंशी पशु हैं। पशुओं की देखभाल के लिए दो लोगों को रखा गया। रात्रि में प्रकाश के लिए एक सोलर पैनल की व्यवस्था है।
जिलाधिकारी ने पशुओं की स्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि पशुओं को रोजाना मानक के अनुसार भूसा, चोकर, हरे चारे और खली की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। पशुओं को पौष्टिक चारा उपलब्ध कराने एवं देखभाल करने में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए,अन्यथा संबंधित पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने भूसा रखे जाने वाले कमरे का भी निरीक्षण किया और पास सटे कमरे में अभिलेख रखने के लिए एक आलमारी और पशुओं की चिकित्सा के लिए आवश्यक दवाएं रखने का निर्देश दिया।
खंड विकास अधिकारी ने बताया कि स्वालंबन योजना से जुड़े स्वयं सहायता ग्रुप की महिलाएं गाय के गोबर से गमले का निर्माण कर रही है। अब तक 114 गमलों की बिक्री हो चुकी है। जिलाधिकारी ने कहा कि गाय के गोबर और धान एवं अन्य फसलों से उपलब्ध होने वाली पराली के उपयोग से कंपोस्ट खाद बनाने की प्रक्रिया को शुरू किया जाए।
जिलाधिकारी ने गौवंश संरक्षण केंद्र के बाहर बने मॉडल शौचालय में पानी की व्यवस्था एवं संबंधित जगह पर घास और झाड़ियां उगने पर ग्राम पंचायत अधिकारी को फटकार लगाई और साफ सफाई के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने गौवंश संरक्षण केंद्र की दीवारों पर गौवंश पशुओं की लोगों में जागरूकता के लिए बनाई जा रही वृत्ति चित्र की सराहना की।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि मेन गेट के सामने एवं गांव से आने वाली सड़क के किनारों पर उगी हुई घास एवं अन्य खरपतवार की सफाई करवाएं। उन्होंने गौवंश संरक्षण केंद्र के पास स्थित तालाब के सुंदरीकरण करने हेतु निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी गजेंद्र प्रताप सिंह मौजूद थे।