उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) में चल रही कलह अब खत्म होती दिख रही है. कांग्रेस वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी. उत्तराखंड कांग्रेस में चल रही खींचतान को लेकर हरीश रावत ने एक राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल से खास बातचीत की है. हरीश रावत ने चुनाव में चेहरा बनाने, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा ना बनाने के सवाल पर अपने विरोधियों पर तंज कसा. उन्होंने कहा समझने वाले समझ गए जो ना समझे वो अनाड़ी है. पढ़ें हरीश रावत ने और क्या-क्या कहा है.
किसी के आने से मेरी तरफ से कोई प्रतिबंध नहीं- रावत
हरीश रावत ने कहा, ''हमारी बात समझी गई. साफ कहा गया कि हरीश रावत चुनाव में कांग्रेस की अगुवाई करेंगे. सबसे कहा गया कि हरीश रावत का साथ दो. मेरे ट्वीट में जो था सबका समाधान किया गया है.'' हरक सिंह रावत के कांग्रेस में आने पर हरीश रावत ने कहा, ''एक ही रावत नहीं है. एक मूंछो वाला रावत (सतपाल महाराज) भी है जो हमारी तरफ देख रहा है. जिसकी भी जरूरत होगी, हम लेंगे. लेकिन उन्हें गलती स्वीकार करनी होगी. उनकी वजह से मैं सीबीआई केस झेल रहा हूं. उनसे कहेंगे कि पहले जो गलती हुई वो तो नहीं करोगे? सॉरी तो कहना पड़ेगा. किसी के आने से मेरी तरफ से कोई प्रतिबंध नहीं है.'' कोरोना के बीच रैली पर रोक को लेकर हरीश रावत ने कहा, ''सबके लिए समान नियम होना चाहिए. आशंका है कि सरकार चुनाव प्रक्रिया को ऑनलाइन करने की तैयारी कर रही है. इससे लोकतंत्र का अपहरण हो जाएगा. लोगों के स्वास्थ्य के हित में जो भी फैसला होगा हम उसके साथ हैं.''
बीजेपी पर निशाना साधते हुए हरीश रावत ने कहा, ''इस चुनाव में हमारे पास कई मुद्दे हैं. कुंभ की बदनामी, बेरोजगारी, मंहगाई प्रमुख मुद्दा है. लोग बीजेपी को तड़ीपार कर देंगे.'' धर्म संसद को लेकर रावत ने कहा, ''धर्म संसद करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन वहां जहर का प्याला गंगा में उड़ेल दिया गया. अपने मालिकों के इशारे पर काम कर रहे हैं. कानून के मुताबिक कार्रवाई होनी चाहिए.''