कांग्रेस में ऐसे राजा महाराजा की जगह नहीं, आरपीएन सिंह पर बोले अजय लल्लू
यूपी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने पर निशाना साधा है. अजय लल्लू ने कहा कि एक गरीब, किसान, मजदूर के बेटे को कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया. चाहे ये रहे या जितिन प्रसाद इन्हें पिछड़े वर्ग के व्यक्ति का आगे बढ़ना रास नहीं आ रहा. उनको बस मंच, सम्मान चाहिए लेकिन पार्टी कार्यकर्ता के लिए खड़े नहीं होंगे. उन्होंने कहा इन्हें गरीब, मजदूर से चिढ़ है इसलिए कांग्रेस छोड़ दी. सीबीआई, ईडी के डर से संपत्ति, स्कूल, जमीन बेचने के डर से ये लोग भागे. ऐसे ऐशो आराम करने वालों की कांग्रेस में जगह नहीं. जो संगठन और पार्टी के लिए नहीं चलेगा उसकी कांग्रेस में कोई जरूरत नहीं है.
अजय लल्लू ने कहा कि जब आरपीएन सिंह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री थे तब 2013 में कांग्रेस के कार्यकर्ता को पुलिस ने तमकुहीराज में बुरी तरह मारा पीटा था. मैं आंदोलन पर बैठा तो लगातार दबाव देते रहे संघर्ष मत करो. 2015 में सपा सरकार में गन्ना किसानों के आंदोलन को लेकर मैं जेल गया. वे इतने बड़े नेता थे न एक बार जेल आये न मेरे मामले में एक बयान दिया.
जब मैं सीएलपी लीडर था और खनन के खिलाफ धरने पर बैठा, 6 महीने आंदोलन किया. मुझे 18 दिन जेल भेज गया. तब वो मुझे कहते रहे कि उनके पास लगातार योगी जी का फोन आ रहा है. वे मुझे आंदोलन खत्म कर समझौते के लिए कहते रहे. तब मेरा दिल्ली के अधिवेशन में उनसे हॉट टॉक हुआ. वे किसी कांग्रेस कार्यकर्ता के दुख सुख के साथी नहीं रहे. उनका कांग्रेस के प्रति क्या योगदान रहा जिसने उन्हें इतने बड़े कद तक पहुंचाया. आज उनको याद आ रहा कि पिछड़े वर्ग के नेता हैं. जबकि खुद को क्षत्रिय लिखते हैं. उनको खुद को पिछड़ा वर्ग का कहने में शर्म आती.
अजय लल्लू ने कहा कि कांग्रेस का दिल बड़ा है और सबको मौका देती है उन्हें भी दिया. स्टार प्रचारक बनाया लेकिन पता नहीं था कि बबूल का पेड़ लगाया है. कांग्रेस में ऐसे राजा महाराजा की जगह नहीं जो गांव गरीब के लिए काम न करें. डरने वाले कांग्रेस छोड़ देंगे, लड़ने वाले रुकेंगे. उन्होंने कहा कि, आरपीएन कहते हैं बीजेपी में राष्ट्रवाद है. हाथरस की बेटी की बलात्कार कर हत्या हुई, सरकार संरक्षण में रही, ये आरपीएन सिंह को राष्ट्रवाद दिखता? सरकार 69 हजार भर्ती में आरक्षण खत्म कर नौकरी खा गई ये उनको राष्ट्रवाद दिखता? लखीमपुर में मंत्री के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, ये उनको राष्ट्रवाद दिखता?