राजस्थान। प्रदेश में आज सुबह 6 बजे से राज्य के सभी 6,700 पेट्रोल पंप अनिश्चित समय के लिए बंद हो जाएंगे। दरअसल, वैट घटाने की मांग को लेकर पिछले दो दिन से सांकेतिक हड़ताल पर रहे पेट्रोलियम डीलर्स ने गुरुवार को यह ऐलान किया। डीलर्स की खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से बात हुई, मगर कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इसके बाद शाम को पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें बेमियादी बंद का निर्णय लिया गया। इस हड़ताल से एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, आपातकालीन सेवाओं को मुक्त रखा गया है। इधर, गुरुवार को हड़ताल के कारण आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
डीलर्स के अनुसार अधिक वैट की वजह से आमजन को पड़ोसी राज्यों के मुकाबले महंगा पेट्रोल एवं डीजल मिल रहा है। राजस्थान में दिल्ली की तुलना में पेट्रोल 11 रुपए और डीजल 4 रुपए महंगा है। इसके अलावा पंजाब की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल 16 रुपए और डीजल 10 रुपए और हरियाणा की तुलना में पेट्रोल 13 रुपए और डीजल 5 रुपए महंगा है। महासचिव शशांक कोरानी ने कहा कि वैट दरों को कम करने की मांग को लेकर दो दिन तक सांकेतिक हड़ताल की गई थी। खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ हमारी बैठक हुई, मगर कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इसके बाद डीलर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
सरकार की ओर से देर रात तक पेट्रोलियम डीलर्स से बात कर कमेटी गठन का प्रस्ताव दिया गया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल, डीजल के मूल्य, अन्य राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर वैट और अन्य हालात का तुलनात्मक परीक्षण रिपोर्ट की बात कही। यदि एसोसिएशन इसको लेकर सहमत हो जाती है तो सरकार कमेटी गठन की घोषणा करेगी और सोमवार तक कमेटी निर्णय कर देगी। खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पेट्रोल-डीजल आपातकाल की सेवा में आते हैं। इसे बंद नहीं किया जा सकता है। मैंने सरकार की तरफ से डीलर्स से बात की है। पेट्रोलियम कंपनियों के अफसरों को बुलाकर बात की जाएगी। एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश के किसी भी पेट्रोल पंप पर न तो डीजल और पेट्रोल की बिक्री की जाएगी। इसके अलावा डिपो से माल भी नहीं खरीदेंगे। -राजेंद्र सिंह भाटी, एसोसिएशन अध्यकनहीं खरीदेंगे डिपो से माल प्रदेश के किसी भी पेट्रोल पंप पर न तो डीजल और पेट्रोल की बिक्री की जाएगी। इसके अलावा डिपो से माल भी नहीं खरीदेंगे।