IAS और IPS अफसरों की सैलरी में होता है बड़ा अंतर, पढ़ें पूरी खबर...

जानिए दोनों रैंक में मिलती है कैसी सुविधा

Update: 2023-06-18 17:13 GMT
नई दिल्ली। देश में तमाम प्रकार की नौकरियां हैं और कई अहम पद हैं और उन पदों की सैलरी भी अच्छी-खासी है। लेकिन लोगों को IAS और IPS की सैलरी जानने में ज्यादा रूचि रहती है। शायद इसलिए कि उनमें IAS और IPS को लेकर क्रेज ज्यादा है। लोग गूगल पर अक्सर IAS और IPS की सैलरी के बारे में जानने की कोशिश करते रहते हैं। कभी पूछते हैं कि, IAS और IPS में ज्यादा सैलरी किसकी है? तो कभी पूछते हैं कि IAS और IPS में ज्यादा पावर किसके पास है? और भी बहुत सारे सवाल हैं जो आईएएस और आईपीएस को लेकर गूगल पर सर्च किए जाते हैं। फिलहाल, आपको बतादें कि यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) द्वारा लिए जाने वाले सिविल सर्विसेज एग्जाम के तहत आईएएस, आईपीएस और आईएफएस का चयन होता है। सिविल सर्विसेज एग्जाम में जिन लोगों की अच्छी रैंक्स होती हैं वे आईएएस बन जाते हैं। वहीं इन रैंक्स के बाद वाले लोग आईपीएस बनते हैं। यानि ये दोनों ही अहम पद एक ही एग्जाम से निकलते हैं। लेकिन भले ही दोनों पद एक ही एग्जाम से चुनकर आए हों मगर आईएएस और आईपीएस की जिम्मेदारियां बिलकुल अलग होती हैं। दोनों पदों की अपनी-अपनी अलग भूमिकाएं होती हैं। अलग काम होते हैं।
रिपोर्ट्स की माने तो एक आईपीएस अधिकारी की अपेक्षा एक आईएएस अधिकारी ज्यादा जिम्मेदारियां निभाता है। एक आईएएस अधिकारी अगर कहीं डीएम या डीसी बनकर जाता है तो उसे पूरा जिला देखना होता है। जिले को लेकर अहम निर्णय लेने होते हैं। शासन के आदेशों की जिले में पालना करानी होती है। इसके साथ ही जिले में किसी भी प्रकार की स्थिति बिगड़ने पर धारा 144 इत्यादि लॉ एंड आर्डर से जुड़े निर्णय भी लेने होते हैं। वहीं एक जिले में अगर आईपीएस अधिकारी की बात करें तो एक जिलाधिकारी के साथ उस क्षेत्र में आवश्यकता अनुसार आईपीएस अधिकारियों की सख्या तय की जाती है। लेकिन आईएएस के रूप जिलाधिकारी एक ही होता है। मसलन, आईएएस का पद भी आईपीएस से बड़ा है और आईएएस के पास पावर भी ज्यादा होती है। हालांकि, आईपीएस की भी एक अपनी गरिमा है। डिस्ट्रिक्ट की पुलिस व्यवस्था को लेकर आईपीएस को जवाब देना होता है।
आईपीएस से आईएएस की सैलरी होती है ज्यादा
इसीलिए एक आईपीएस अधिकारी की अपेक्षा आईएएस अधिकारी की सैलरी ज्यादा होती है, एक आईएएस अफसर की सैलरी 56100 रूपए से लेकर 2.50 लाख प्रति महीने तक जाती है। इसके अलावा आईएएस अधिकारी को घर, सिक्योरिटी, कुक, कार और ड्राइवर की सुविधाएं भी मिलती हैं। वहीं एक आईपीएस की सैलरी 56100 रूपए से लेकर 2.25 लाख रूपए प्रति महीने तक होती है, सैलरी के अलावा आईपीएस अधिकारी को भी टीए, डीए और HRA के साथ अन्य सुविधाएं मिलती हैं। वहीं आईएएस को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा नियंत्रित किया जाता है जबकि आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्रालय नियंत्रित करता है।
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