भारतीय सेना का सर्वोच्च मेडल चोरी, डिफेंस कॉलोनी के घर से महावीर चक्र को चोरों ने किया पार, CCTV में घटना रिकॉर्ड
आजादी के बाद 1948 में पाकिस्तान से युद्ध के दौरान सीने पर गोली खाकर दुश्मनों का सामना करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल मनमोहन खन्ना को मिला महावीर चक्र मेडल चोरी हो गया है. डिफेंस कॉलोनी में रह रहे उनके परिवार के घर चोरी हुई. इस दौरान चोरों ने यह मेडल भी चोरी कर लिया. सीसीटीवी में चोरों की तस्वीर साफ आने के बाद भी अबतक चोरों का कुछ पता नहीं है.
महावीर चक्र भारतीय सेना के सर्वोच्च मेडल में से एक है. 1948 में मनमोहन खन्ना जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के खिलाफ जंग पर थे. उनके सभी साथी मारे गए थे. लेफ्टिनेंट जनरल अकेले ही पाकिस्तानी आर्मी से भिड़ गए. उन्होंने सीने पर गोली भी खाई, बावजूद इसके वह पाकिस्तानी सेना के सामने अकेले ही डटे रहे. कुछ देर बाद इंडियन आर्मी की दूसरी टुकड़ी आई उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी जान बची.
इस बहादुरी के चलते भारत सरकार द्वारा उन्हें महावीर चक्र का सम्मान 1948 में दिया गया था. वह भले आज इस दुनिया में नहीं है. लेकिन यह प्रतीक चिन्ह उनके परिवार का सम्मान है. लेकिन चोरों ने इसपर भी हाथ साफ कर दिया.
महावीर चक्र की चोरी डिफेंस कॉलोनी इलाके में हुई है. मनमोहन खन्ना की बेटी विनीता सिंह अपने पति रिटायर्ड ब्रिगेडियर अर्जुन सिंह के साथ इस घर में रहती हैं. उनके बच्चे विदेश में रहते हैं. उनका घर देहरादून में भी है. पिछले 2 महीने से यह लोग देहरादून के अपने घर में थे. 27 जुलाई को इनके रिश्तेदारों ने बताया की इनके घर में चोरी हो गई है. दोनों पति पत्नी चोरी की सूचना मिलने के बाद देहरादून से दिल्ली आए. उसके बाद पता लगा घर के कई कीमती सामानों के साथ साथ उनके पिता की धरोहर महावीर चक्र भी चोरी हो गया है.
डिफेंस कॉलोनी का इलाका बेहद पॉश है. यहां लगभग सभी घरों में गार्ड होते हैं और हर जगह सीसीटीवी लगा हुआ है. इनके घर में भी सीसीटीवी लगा हुई है. लेकिन मेडल चुराने वाले चोर इतने शातिर थे कि उन्होंने सारे सीसीटीवी को बंद कर दिया था. लेकिन घर के एक सीसीटीवी में इन चोरों की तस्वीर कैद हो गई.
परिवार ने इस घटना के बाबत डिफेंस कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है. लेकिन काफी दिन बीतने के बाद भी ना तो चोरों का कोई सुराग लगा है और ना ही महावीर चक्र के बारे में कुछ पता चला है. लिहाजा परिवार चाहता है कि दिल्ली पुलिस महावीर चक्र को खोजने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश करे क्योंकि यह इस परिवार की धरोहर है. परिवार के लोग इस मैडल को म्यूजियम में देना चाहते हैं ताकि इसे देखकर सेना के जवानों का हौसला बढ़ सके.