1993 में अगवा हुआ था युवक, 2024 में सब रह गए दंग

जानें पूरा मामला.

Update: 2024-11-28 03:44 GMT
सांकेतिक तस्वीर
गाजियाबाद: सात साल की उम्र में गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र के शहीदनगर से 1993 में अगवा किया गया युवक किसी प्रकार राजस्थान से खोड़ा थाने पहुंचा। कई दिन की मशक्कत के बाद उसे आखिकार बुधवार को दोबारा उसके परिजन मिल गए। इस दौरान वहां मौजूद हर किसी की आंखों से आंसू झलक पड़े।
बिजली विभाग से सेवानिवृत्त शहीदनगर निवासी तुलाराम के सात साल के बेटे को 8 सितंबर 1993 को बहन के साथ स्कूल से घर लौटते समय ऑटो गैंग ने अगवा कर लिया था। इस दौरान उनके पास फिरौती के लिए 7.40 लाख रुपये की फिरौती का पत्र आया था। लेकिन किसी ने उसने संपर्क नहीं किया। परिजनों ने बेटे के अपहरण की रिपोर्ट साहिबाबाद थाने में दर्ज कराई थी। चार दिन पूर्व हाथ पर राजू गुदा हुआ युवक खोड़ा थाने पहुंचा था।
इस दौरान उसने बताया कि उसे ट्रक वाले राजस्थान के जैसलमेर ले गए थे। वहां उसे एक व्यक्ति के हवाले कर दिया। वह व्यक्ति उससे भेड़-बकरी चराने का काम करता था और दिन में केवल एक रोटी देता था। दिन में उसे कई बार केवल चाय दी जाती थी। युवक ने अपने घर व आसपास के बारे में जानकारी देकर परिजनों को तलाश कराने की बात कही थी। कई दिन के प्रयास के बाद खोड़ा पुलिस को युवक के परिजन मिले जो उसे अपने साथ घर ले गए। परिजनों ने बताया कि उनके बेटे के नाम भीम सिंह उर्फ राजू उर्फ पन्नू है और उसकी दो बड़ी व एक छोटी बहन है।
नोएडा सेक्टर-62 अंडरपास में सोमवार रात कार सवार बदमाशों ने एचडीएफसी बैंक के एरिया मैनेजर का अपहरण कर लिया। उन्होंने दो घंटे तक कार में घुमाने और लूटपाट के बाद पीड़ित को गाजियाबाद के चौधरी मोड़ पर फेंक दिया। पीड़ित की शिकायत पर सेक्टर-58 पुलिस जांच कर रही है। बैंक मैनेजर की पहचान अमित भारद्वाज के तौर पर हुई है जो गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहते हैं।
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