रेप के झूठे केस में फंसा युवक अब हुआ बरी, बदला लेने के लिए साजिश रची गई

पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया था.

Update: 2024-10-15 05:20 GMT
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां 11 महीने से रेप के झूठे केस में बंद गोविंद निषाद नाम का युवक बाहर आ गया. 28 अक्टूबर 2023 को गोविंद पर एक युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था. आरोप था कि गोविंद ने चाकू दिखाकर लड़की के साथ गलत काम किया था. पीड़िता की शिकायत के आधार पर 29 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज हुई और 30 अक्टूबर को पुलिस ने गोविंद को गिरफ्तार कर लिया.
पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया था कि उसके साथ रेप हुआ है. पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी और मामला पॉक्सो एक्ट के तहत आगे बढ़ाया गया. लेकिन 11 महीने बाद कोर्ट ने गोविंद को बरी कर दिया, क्योंकि मेडिकल रिपोर्ट में रेप के कोई प्रमाण नहीं मिले थे. वहीं, अब पीड़िता ने भी अदालत में यह स्वीकार किया कि उसने झूठे आरोप लगाए थे.
लड़की ने कहा कि गोविंद ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया था, बल्कि उसने अपने भाई की रंजिश के चलते यह झूठ बोला था. लड़की के भाई ने गोविंद की बहन से लव मैरिज की थी, जिससे नाराज होकर गोविंद ने उसके भाई को मारा था, जिसके बाद उसका भाई जेल गया था. इस घटना से नाराज होकर पीड़िता ने झूठा रेप का आरोप लगाया.
गोविंद की मां मीना देवी ने बताया हमने पुलिस से बहुत मिन्नतें कीं, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी. मेरा बेटा निर्दोष था, और अब अदालत ने उसे बेगुनाह साबित कर दिया है. हालांकि, जो कलंक हम पर लगा, वह कभी नहीं मिटेगा. लेकिन हमें संतोष है कि हमारा बेटा वापस आ गया है.
गोविंद की रिहाई के लिए परिवार ने कर्ज लेकर केस लड़ा और 32 बार कोर्ट की तारीखें भरीं. आखिरकार, 11 महीने और 11 दिनों के बाद सच्चाई की जीत हुई. इस दौरान गोविंद के परिजनों को वकील की फीस करने के लिए अपना घर तक बेचना पड़ा.
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