मजदूर ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख की बहू को हराया, महज 1 वोट से बढ़त बनाकर बना सरपंच
जीत चर्चाओं में
बुंदेलखंड के हमीरपुर में एक मजदूर ने सियासी जमीन पर कदम रखा है. मजदूरी और खेती पर आश्रित इस मजदूर ने गांव के सपा नेता की बहू को बेहद कड़े मुकाबले में पराजित किया. यहां मजदूर की जीत चर्चाओं में है. नया प्रधान मिलने से गांव में खुशी है. जीत में महज एक वोट का ही फासला रहा.
हमीरपुर जिले के सुमेरपुर ब्लाक के बड़ागांव ग्राम पंचायत के लिए प्रधानी का मुकाबला काफी रोचक रहा है. शुरू से ही इस गांव में पूर्व ब्लॉक प्रमुख जय नारायण यादव परिवार का दबदबा माना जा रहा था. मतदान के बाद किसी को नहीं लगा कि यहां एक मजदूर ही इतिहास रचेगा. सोमवार को सुमेरपुर ब्लाक की बड़ागांव ( Baragaon ) ग्राम पंचायत में मतगणना पूरी होते ही परिणामों ने सबको चौंका दिया. ग्राम पंचायत प्रधान के लिए हरदौल निषाद ने 475 वोट पाकर जीत दर्ज की. हरदौल निषाद पूर्व ब्लाक प्रमुख की बहू को 1 वोट से हराकर बना प्रधान बना है. परिणाम सामने आते ही हरदौल निषाद के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई.
हरदौल निषाद गांव के छोटे से परिवार से है. उसका गुजारा मजदूरी और खेती से ही चलता है. मजदूर की बेटी की एक साल पहले ही बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस बार कुछ लोगों के कहने पर ही उसने इस बार प्रधान चुनाव के लिए पर्चा दाखिल कर दिया. उसका मुकाबला सपा नेता व पूर्व ब्लाक प्रमुख जय नारायण यादव की बहू से था. हरदौल ने बहुत सामान्य तरीके से चुनाव लड़ा. गांव के लोगों ने उसका साथ दिया और आखरकार उसने एक वोट से जीत हासिल कर ली.