अयोध्या: राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि जून 2025 तक परकोटे का काम पूरा हो जाएगा। मूतियों का निर्माण भी तेज गति से चल रहा है। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि आज सभी कामों का निरीक्षण किया जाएगा। समीक्षा के बाद सभी निर्माण कार्यों की एक अनुमानित तिथि निर्धारित कर दी जाएगी। अभी एक माह श्रद्धालुओं की भीड़ होने वाली है। इसके कारण काम में कठिनाइयां आने वाली हैं।
उन्होंने बताया कि अब तक 8 लाख 40 हजार परकोटे में 5 लाख क्यूबिक पत्थर लग चुके हैं। अब केवल तीन लाख क्यूबिक पत्थर और लगने हैं। यह प्रगति पहले से अच्छी हुई है। इससे अब आशा जगी है कि जून 2025 तक उसमें छह मंदिर हैं, उसे हम पूर्ण कर लेंगे। अन्य कार्य भी अपनी गति से चल रहे हैं।
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मूर्तियों का निर्माण भी ठीक गति से चल रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह में मूर्तियों का अंतिम निरीक्षण जयपुर में किया जाएगा। जैसे-जैसे मंदिर पूर्ण होते जाएंगे, वैसे-वैसे जयपुर से मूर्तियां आती रहेंगी।
उन्होंने बताया कि सप्त मंडपम के मध्य में बनने वाले पुष्करणी का काम शुरू हो गया है। इसके लिए खुदाई शुरू कर दी गई है। ड्राइंग, डिजाइन और तकनीक पर बैठक में विचार किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधाओं का कार्य ट्रस्ट के महासचिव देखते हैं। मंदिर निर्माण की गति जनवरी में और बढ़ेगी। हालांकि चुनौती भी है, क्योंकि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के आसार हैं। मंदिर के द्वारों का काम भी तेज गति से चल रहा है। परिसर में बनने वाले प्रवेश द्वार संतों के नाम पर किए जाने का अनुरोध हमने ट्रस्ट के महासचिव से किया है।