महिला ने मौत से जीती जंग, 16 घंटे तक एक लकड़ी के टुकड़े के सहारे नदी में तैरती रही, फिर...फिल्मी नहीं सच है पूरी स्टोरी
पुलिसकर्मी ने बहते देख लाश समझकर निकलवाया.
हमीरपुर:- उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की एक महिला ने अपनी जिजीविषा के बल पर मौत को भी मात दे दी। नाले में गिरने के बाद जय देवी नाम की ये महिला पानी के वेग के साथ यमुना नदी में पहुंच गई थीं। करीब 16 घंटे तक एक लकड़ी के टुकड़े के सहारे पानी में तैरते हुए जय देवी ने मौत से लड़ाई लड़ी। लोगों ने उन्हें हमीरपुर में लाश समझकर निकाला, जिसके बाद इलाज कर जय देवी का जीवन बचा लिया गया।
बताया जा रहा है कि हमीरपुर जिले के शारदानगर निवासी जय देवी एक नाले को पार कर अपने खेत में गई थीं। जय देवी के वापस लौटने तक नाला उफान पर आ गया था। इसे पार करने की कोशिश में जय देवी पानी के साथ बह गईं और करीब 3 किलोमीटर दूर यमुना नदी में पहुंच गईं। इस दौरान यमुना के बढ़ते वेग के साथ जय देवी पानी में बहने लगीं, लेकिन पानी में उनके हाथ एक टूटे पेड़ का हिस्सा लग गया।
अगले दिन सुबह हमीरपुर की हरौलीपुर पुलिस चौकी का एक पुलिसकर्मी यमुना नदी के किनारे पहुंचा तो उसने जय देवी को पानी में बहते देखा। बीते दिनों कोरोना काल में बहती लाशों को देखने के बाद सतर्क पुलिस विभाग ने तत्काल मछुआरों की मदद से जय देवी को नदी से बाहर निकाला, इस दौरान उनकी सांस चलती मिली। स्थानीय लोगों की मदद से तत्काल जय देवी का उपचार शुरू किया गया। कुछ देर में जय देवी को होश आया और उनकी जानकारी के बाद उनके परिवार को इसकी जानकारी दी गई।
स्थानीय लोगों ने कहा कि जय देवी करीब 16 घंटे तक पानी में तैरती रहीं। वहीं जय देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेहोश होने के वक्त तक की बात याद है, उसके बाद वह कैसे यहां तक पहुंचीं इसका उन्हें कोई पता नहीं। वहीं जय देवी के बच्चों राहुल और विनीता ने भी अपनी मां को सुरक्षित पाकर स्थानीय लोगों का धन्यवाद दिया और नियति के खेल पर खुशी जाहिर की।