करौली। करौली श्रावण मास के पहले दिन ही हुई बारिस ने सावन महिने का आगाज किया है। जिला मुख्यालय पर मंगलवार को सुबह से ही बादल छाए हुए थे। गर्मी और उमस के कारण लोगों का हाल बेहाल था। देर शाम होते-होते एकाएक बादलों की गहगडाहट के साथ बारिस का दौर शुरु हो गया, जिसके चलते लोगों ने गर्मी में राहत की सास ली। गौरतलब है कि करौली जिला मुख्यालय पर लगातार गर्मी और तेज धूप के कारण लोग व्यथित थे। मंगलवार को सुबह से ही मौसम सुहाना था। सुबह हल्की बूंदाबांदी के कारण उमस और गर्मी बढ़ गई। दिनभर बादल छाए रहने के बाद भी बारिस नही हुई लेकिन शाम को बारिस शुरु हुई तो तापमान में गिरावट आई और लोगों को ठंडी हवाओं के साथ उमस से राहत मिली। लोगों ने श्रावण महिने की पहली बारिस का जमकर लुप्त उठाया।
हिंडौन सिटी| कई दिनों से उमस की मार झेल रहे लोगों को मंगलवार की देर शाम हुई बारिश से कुछ राहत मिली है। मंगलवार की शाम करीब 6 बजे आसमान को काले बादलों ने घेर लिया और देखते ही देखते बारिश का दौर शुरू हो गया। मौसम वैज्ञानिक एमके नायक ने बताया कि शहर में 10 मिनिट में 5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। गौरतलब है कि हिंडौन शहर में अभी तक अच्छी बारिश नही हुई है। ऐसे में कई दिनों से पैड रही उमस से लोगो का गर्मी से हाल बेहाल बना हुआ था। मंगलवार को आई बारिश से गर्मी से कुछ राहत मिली है। हालांकि थोड़ी ही बारिश में रास्तों में पानी जमा हो जाने आए कीचड़ के कारण वाहन चालकों को आवागमन में भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के निचले हिस्सों में अधिकांश पुरानी बस्तियों,बाजारों में बारिश से जलभराव हो गया।इसी के साथ जाट की सराय स्थित बीईईओ कार्यालय से दुब्बे पाडा पुलिया तक,बयाना रोड से मनीराम पार्क,चौबे पाडा क्षेत्र में कच्चे रास्तों पर गुजरते हुए लोगों को काफी परेशानी हुई।बता दे शहर में करीब 10 मिनट तक बारिश की बूंदे गिरी।प्रभावित क्षेत्रों में मानसून की पहली झमाझम बारिश ने नगर परिषद व्यवस्थाओं की पोल खोल दी यूं तो मानसून पूर्व बड़ी नालियों की सफाई को लेकर दावे किए गए लेकिन मंगलवार को क्षेत्र में हुई अच्छी बारिश ने नालियों में होकर बारिश व घरों के पानी की निकासी को लेकर व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। जिसमें तांगा स्टैंड के पास नालियों का पानी उफान मार कर सड़क पर जा पहुंचा ।इससे बदतर स्थिति शहर के कटरा बाजार की हुई ।जिसमें दुकानों के निचले छज्जे से बारिश का पानी छूता हुआ सड़क पर भरा रहा।वही ग्राहकों की आवाजाही जलभराव के कारण रुक जाने से दुकानदारों को मायूसी हाथ लगी।