खत्‍म हुआ हरियाणा में मानसून का इंतजार, जानें किन शहरों में शुरू हो गई बारिश

मानसून का इंतजार खत्‍म हुआ। हरियाणा के कई शहरों में प्री मानसून ने दस्‍तक दे दी है।

Update: 2022-06-16 05:58 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मानसून का इंतजार खत्‍म हुआ। हरियाणा के कई शहरों में प्री मानसून ने दस्‍तक दे दी है। यमुनानगर, कुरुक्षेत्र सहित कई शहरों में बारिश हो रही है। सुबह से प्री मानसून राहत बनकर बरसा।

प्री मानसून गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। हरियाणा के कई शहरों में बारिश शुरू हो गई है। वहीं, वीरवार को अन्‍य शहरों में बादल छाने और बूंदाबांदी के आसार हैं। एक सप्ताह तक यह स्थिति बनी रह सकती है। मौसम गतिविधि के लिए सिस्टम का अवशेष 20 और 21 जून को भी चलेगा।
उत्तर भारत में ज्यादातर पंजाब, हरियाणा, उत्तर और पूर्वी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपरी हिस्से में सप्ताह भर चलने वाली प्री-मानसून मौसम गतिविधि देखी जाएगी। गरज के साथ छींटे और तेज बारिश के साथ हवाएं चलेंगी। फसलों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
मौसमी बदलाव की परिस्थितयों के बीच क्षेत्र में बुधवार को तापमान में भी हल्की गिरावट देखी गई। वहीं, वीरवार से इसमें और गिरावट आने के आसार बने हुए हैं।
मौसम के जानकारों का अनुमान है कि 16 जून से बदलाव का सिलसिला शुरू हो सकता है। इसी के साथ कम से कम 18 जून तक गरज और चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी है। कुछ क्षेत्रों में बिजली गिरने और अच्छी बारिश के भी आसार हैं। इसका फसलों पर भी अनुकूल प्रभाव पड़ना तय है, जिसे देखते हुए कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को धान की रोपाई के लिए समय रहते अपने खेतों को तैयार कर लेने की सलाह दी है। मौसम विभाग के अनुसार प्री मानसून गतिविधियों में अब तेजी आने की प्रबल संभावना है। इससे लोगों को राहत का एहसास होगा क्योंकि कई दिन से लगातार तेज गर्मी और लू से परेशानी चरम पर है। बदले हालात में मध्यम दर्जे का पश्चिमी विक्षोभ लोगों को राहत पहुंचाएगा।
दूसरी ओर, मौसमी बदलाव के बीच हल्की से भारी बारिश के अलावा तेज हवाएं भी चल सकती हैं। वहीं धान की रोपाई का समय भी शुरू हो चुका है। इसे देखते हुए कृषि अधिकारियों का कहना है कि किसान मूंग के साथ साथ बागवानी की फसलों पर ध्यान दें। इसके तहत खेत से पानी की उचित निकासी का इंतजाम कर लें ताकि नुकसान न हो। जबकि जो सब्जियां पकी हुई हैं, उनकी समय रहते तोड़ाई कर लें और उनके भंडारण की भी उचित व्यवस्था करें।
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