महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में बुजुर्ग की हत्या के राज का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. बुजुर्ग की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके बेटे और पोते ने की थी. इस वारदात में एक नाबालिग भी शामिल था, जिसकी गिरफ्तारी के बाद इस राज से पर्दा उठा.
पुलिस को बृजमनगंज थानाक्षेत्र स्थित जंगल से 27 मई को एक शव मिला था. तभी से पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही थी. बुजुर्ग की हत्या के आरोपी बेटा और पोता फिलहाल फरार हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा.
पुलिस ने बताया कि मृतक का बेटा राधेश्याम एक मोबाइल कंपनी का टावर अपने खेत में लगवाना चाहता था. जिसके लिए वो जमीन अपने नाम कराने का दबाव पिता पर बना रहा था. लेकिन मृतक चंद्रभान इसके लिए तैयार नहीं था. फिर बेटे और पोते ने तेज धारदार हथियार से हत्या कर दी और शव को फरेंदा रेंज के जंगल में फेंक दिया. गिरफ्तार नाबालिग की निशानदेही पर पुलिस ने ऑल्टो कार, खून से सना सीट कवर, धारदार हथियार और खून लगा गमछा भी बरामद किया.
एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि पुरंदरपुर क्षेत्र में बृजमनगंज रोड पर जंगल में शनिवार को 70 वर्षीय बुजुर्ग की लाश मिली थी. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की. बुजुर्ग की पहचान चन्द्रभान चौधरी के रूप में हुई जो सिद्धार्थनगर जनपद के ग्राम करजहिया पड़रहवा टोला बर्डपुर नंबर 6 थाना कपिलवस्तु का रहने वाले थे.
पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी थी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बुजुर्ग की हत्या खेत में मोबाइल टावर लगाने के लिए हुई थी. मृतक का बेटा टावर लगवाने के लिए जमीन अपने नाम कराने की मांग कर रहा था. जब पिता ने बात नहीं मानी तो उसने अपने पिता की हत्या कर दी. इस घटना के मुख्या आरोपी और उसका बेटा फरार है. पुलिस दोनों को पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है.