बाघ ने चरवाहे पर किया जानलेवा हमला, हालत नाजुक

मचा कोहराम

Update: 2023-08-02 16:49 GMT
सिवनी। आदिवासी बाहुल्य कुरई विकासखंड के पीपरवानी से लगे आगरी बीट के जंगल में बुधवार दोपहर मवेशियों को लेकर जंगल गए चरवाहे कृष्ण कुमार जामुनपाने पर बाघ के हमले में घायल हो गया। साथ गए दूसरे चरवाहे चैनसिंह सहारे ने शोरगुल मचाने के कारण कृष्ण कुमार की जान बच गई। बाघ के हमले में चरवाहे के बायें हाथ व पीठ में पंजे के गहरे घाव हो गए हैं। कुरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद घायल कृष्ण कुमार को बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल सिवनी में भर्ती कराया गया है। कुरई रेंजर राहुल धारू द्वारा घायल के परिवार को 5 हजार रुपये की तत्काल आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध करा दी है। वन अधिकारियों का कहना है कि घायल का समुचित उपचार कराया जा रहा है। डिप्टी रेंजर एचएल बिसेन ने बताया कि दक्षिण सामान्य वनमंडल के कुरई वन परिक्षेत्र की आगरी बीट के कक्ष क्र. 289 में पीपरवानी गांव निवासी कृष्ण कुमार पुत्र श्रीराम जामुनपाने (45) एक अन्य चरवाहे चैनसिंह सहारे परासपानी निवासी के साथ मवेशी चरा रहा था। जंगल में मौजूद बाघ ने पहले एक मवेशी पर हमला कर उसे मार दिया।
इसी बीच मवेशी के पास बैठे बाघ को चरवाहा नहीं दिख पाया और उसके करीब चला गया। चरवाहे को करीब आता देख बाघ ले उस पर हमला कर दिया। डिप्टी रेंजर ने बताया कि चरवाहा का दायां हाथ पोलियो ग्रस्त है। गनीमत की बात रही कि बाघ ने चरवाहे को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया और वापस जंगल लौट गया। वरना बाघ के हमले में चरवाहे की जान भी जा सकती थी। घटनास्थल से कुछ दूरी पर वन अमला मौजूद था। जैसे वनकर्मियों को बाघ के हमले की जानकारी मिली घायल को तुरंत पीपरवानी से कुरई अस्पताल लाकर प्राथमिक उपचार कराया गया। बाघ के हमले में घायल चरवाहे को देखने बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने कुरई अस्पताल पहुंचकर ने घायल के समुचित उपचार की जानकारी ली। बाद में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने वन अधिकारियों से चर्चा की गई। जानकारी के अनुसार बाघ के हमले के बाद चरवाहा कृष्ण कुमार जमीन पर गिर गया। घायल की पुकार सुनकर दूसरे चरवाहे ने शोर मचाया जिससे बाघ जंगल लौट गया। घायल के परिवार में दो बेटी व दो बेटे हैं। परिवार में घायल कृष्णकुमार इकलौता कमाने वाला है।विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया ने घायल की स्थिति की जानकारी लेकर उसे बेहतर उपचार के लिए सिवनी जिला अस्पताल पहुंचाया। विधायक काकोडिया ने दक्षिण वनमंडल अधिकारी सुदेश महिवाल से चर्चा कर पीड़ित को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही परिवार के सदस्य को वन विभाग में नौकरी देने की बात कही, ताकि परिवार का भरण पोषण हो सके।
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