उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के नौरोजाबाब्द क्षेत्र के ग्राम निपनिया के 42 वर्षीय चरवाहे पर बाघ ने हमला कर दिया. जिससे उसके हाथों में गंभीर चोटें आई है. चरवाहे ने डटकर बाघ से मुकाबला किया और उसे भागने पर मजबूर कर दिया है. घायल चारवाहे को पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कराया गया है. जानकारी के मुताबिक साल्हे टोला निवासी 42 वर्षीय राम गरीब बैगा पिता नेवला बैगा हर रोज की तरह आज भी सुबह 10 बजे गांव की बकरी, गाय-भैंसों को चराने के लिए जंगल में ले गया था. घोड़छत्र नदी के पास जानवरों को चराने के दौरान झाड़ियो में छिपे बाघ ने अचानक बकरियों पर हमला कर दिया, जिससे दो बकरियों की मौत हो गई. शिकार के दौरान किसी और की उपस्थिति बाघ को नागवार गुजरी और बाघ ने बकरियों को छोड़कर चरवाहे पर हमला कर दिया.
राम गरीब बैगा डटकर बाघ का सामना किया. बाघ ने अपने दोनों पंजों से चरवाह पर हमला किया, लेकिन बाघ का यह वार खाली चला गया. इतने में बाघ ने जब दोबारा हमला किया तो चरवाहे ने अपनी जान बचाने के लिए कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, लेकिन कुल्हाड़ी की लकड़ी टूट गई. जिसके बाद बाघ ने फिर से हमला किया. इस बार चरवाहे ने बाघ के दोनों पंजों को पकड़ लिया, जिससे चरवाहे के हाथ में बाघ का नाखून आरपार हो गया. इस दौरान दोनों जमीन पर गिर पड़े. दोबारा उठते ही चरवाहे ने हिम्मत न हारते हुए जमकर एक लात बाघ के सीने में मारी. पैर की जबरदस्त मार से बाघ मौके से भाग निकाला. घायल राम गरीब बैगा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. अब राम गरीब बैगा स्वास्थ्य महसूस कर रहा है. गौरतलब है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बाघ चैपायों के शिकार के लिए जंगल से रहवासी क्षेत्र का रूख कर लेते हैं. वनपरिक्षेत्राधिकारी नौरोजाबाद ने बताया कि बाघ आसपास ही कहीं झाड़ियों में छिपा हुआ है. उन्होंने कहा कि आसपास के गांवों को अलर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है.