माछीवाड़ा साहिब। निकटवर्ती गांव पंजगराई के सरकारी प्राइमरी स्कूल में आज उस समय हंगामा मच गया जब स्कूल टीचर कक्षा में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। टीचर की पहचान सिमरनजीत कौर (22) पुत्री मोहन सिंह निवासी टांडा कुशल सिंह के रूप में हुई है। मृतक लड़की के पिता ने बताया कि सिमरनजीत कौर ईटीटी का कोर्स किया हुआ था और पिछले 1 वर्ष से पास के गांव पंजगराई के एक सरकारी स्कूल में एक निजी शिक्षक के रूप में काम कर रही थी। उन्होंने कहा कि वह लड़की बहुत प्रतिभाशाली थी जो साथ-साथ बी.ए. की पढ़ाई भी कर रही थी लेकिन वे इस बात से बेहद हैरान हैं कि उसने अचानक आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया। जानकारी के मुताबिक पंजगराई स्कूल में 2 बजे छुट्टी थी और बच्चे अपने घर लौट रहे थे, इसी दौरान अध्यापिका सिमरनजीत कौर खाली क्लासरूम में गईं और छत पर लगे पंखे से अपने टुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। स्कूल में बच्चों को लेने आए एक व्यक्ति ने जब सिमरनजीत कौर को क्लासरूम में पंखे से लटकते देखा तो तुरंत चिल्लाया, तभी स्कूल में मौजूद प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ भी दौड़कर आए और टीचर को फंदे से नीचे उतारा। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटना की सूचना मिलते ही डी.एस.पी. समराला जसपिंदर सिंह, थाना प्रमुख संतोख सिंह भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने परिवार के सदस्यों से पूछताछ की, लेकिन शिक्षक की आत्महत्या का कारण अभी तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है। पुलिस ने मृतक अध्यापिका का मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया है, जिससे यह जानकारी मिलने की संभावना है कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। आज सरकारी प्राइमरी स्कूल की प्रिंसिपल मीनू रानी ने बताया कि आज सुबह मृतक टीचर की बहन सिमरनजीत कौर के मोबाइल फोन पर फोन आया कि वह फोन नहीं उठा रही है, उसकी बात करवा दो। प्रिंसिपल के मुताबिक उन्होंने बात करा दी। मृतक की बहन के मोबाइल फोन पर कई बार कॉल आई थी, जिससे पुलिस अंदाजा लगा रही है कि कोई घरेलू परेशानी थी, जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली। फिलहाल पुलिस मौत की असली वजह की जांच में जुटी हुई है।