श्योपुर: मध्यप्रदेश के श्योपुर में एक टीचर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को मृतक के शव के पास एक सुसाइट नोट भी मिला है, जिसमें टीचर ने लिखा है कि टीबी की बीमारी से वह परेशान है. उसने एक शेर की तरह अपनी जिंदगी जी है और वह शेर की ही तरह मरेगा. पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर जांच शुरू कर दी है.
जिले के विजयपुर कस्बे के वार्ड क्रमांक-3 भोई मोहल्ला निवासी टीचर बृजमोहन बाथम ने अपने घर मे रस्सी का फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया और आत्महत्या की वजह टीबी की बीमारी को बताया. मृतक शिक्षक विजयपुर के मिडिल स्कूल में पदस्थ था.
पिछले साल 8 जुलाई को शिक्षक ने अपनी शिक्षिका पत्नी को गोली मार दी थी. तत्काल उपचार मिलने की वजह से उसकी जान तो बच गई. लेकिन इसके बाद शिक्षक पर पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.
घटना के बाद पत्नी और बच्चे भी शिक्षक के साथ नहीं रहते थे. ऐसे में वह घर में अकेला रह रहा था. शिक्षक टीबी की बीमारी से भी परेशान हो गया था. गुरुवार को उसने तंग आकर पहले दो पेज का सुसाइड नोट लिखा. इसके बाद रस्सी का फंदा बनाकर घर के भीतर लटककर अपनी जान दे दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची विजयपुर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मृतक के शव को पीएम के लिए भेजा.
विजयपुर थाने के टीआई सोनपाल सिंह तोमर का कहना है कि शिक्षक के सुसाइड का मामला सामने आया है. दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा- ''मेरी मौत के लिए कोई भी नहीं है जिम्मेदार, मैंने शेर की तरह जिंदगी जी है, शेर की तरह ही मरूंगा.''
थाना प्रभारी के मुताबिक, टीचर ने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है. फिलहाल इस मामले में मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी गई है.