इंदौर में एक छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. आरोप है कि सब इंस्पेक्टर एनडीपीएस एक्ट सहित अन्य मामलों में उलझाकर फंसाने की धमकी देता था. आत्महत्या का यह मामला इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के विजयश्री नगर का है, जहां रहने वाले बीए फर्स्ट ईयर के छात्र ने बुधवार शाम को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी.
छात्र ने खुदकुशी इसलिए की क्योंकि उसे तेजाजी नगर का सब इंस्पेक्टर विकास शर्मा अक्सर धमकाता था. हाल ही में वो उसे चंदन नगर थाना ले गया था जहां उसके साथ सब इंस्पेक्टर ने मारपीट भी की थी. इसी बात से आहत होकर छात्र ने फांसी लगा ली. 21 वर्षीय मृतक छात्र का नाम आकाश पिता माणकचंद बड़िया बताया जा रहा है. बताया ये भी जा रहा है कि आकाश की किसी युवती से दोस्ती थी और सब इंस्पेक्टर खुद युवती का चाचा बताता था. उसे आकाश और युवती का मिलना पसंद नही था. इसी के चलते वो अक्सर आकाश को धमकी दिया करता था.
मृतक आकाश के भाई विकास के अनुसार उसका छोटा भाई आकाश 21 साल का था और वो महाराजा रणजीत सिंह कॉलेज में बी.ए फर्स्ट ईयर में पढ़ाई कर रहा था. वहीं उसकी एक फ्रेंड एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहती है. 10 फरवरी को आकाश और उसकी फ्रेंड घर से बाहर थे तब ही सब इंस्पेक्टर विकास शर्मा आया और वो आकाश और उसकी फ्रेंड को पकड़कर चंदन नगर थाने ले गया और उनके साथ मारपीट भी की. इसके बाद से ही सब इंस्पेक्टर विकास शर्मा आकाश को लगातार एनडीपीएस एक्ट सहित अन्य झूठे मुकदमे दर्ज कराने के साथ-साथ मृतक की मां को नौकरी से सस्पेंड कराने की भी धमकी दे रहा था.
बता दें कि मृतक की मां भी पुलिस विभाग में ही पदस्थ है. मृतक के भाई ने ये भी दावा किया की उसके भाई ने मोबाइल में सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमे लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार तेजाजी नगर थाने का सब इंस्पेक्टर विकास शर्मा है. वहीं मृतक के बड़े भाई ने बताया कि एसआई द्वारा उसके भाई के साथ जो मारपीट की गई उसका वीडियो भी उनके पास है.
वहीं एरोड्रम थाना के जांच अधिकारी एम.एल.मीणा ने बताया कि विजयश्री नगर में रहने वाले आकाश पिता माणकचंद ने कल फांसी लगा ली थी. कारण का पता लगाने में पुलिस जुट गई है. उन्होंने किसी भी सुसाइड नोट के मिलने से इनकार कर दिया और मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया गया है. परिजनों के समक्ष उसे खोले जाने की बात कही है. फिलहाल एरोड्रम पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाया है और परिजनों के बयान दर्ज कर आगे की जांच को शुरू किया गया है.