नई दिल्ली। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की नवजात बेटी की अपहरण की कहानी झूठी निकली। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष वासु रुखड़ की पत्नी मंजीत ने मौरिस नगर इलाके के मंदिर की सीढ़ियों पर बच्ची को खुद छोड़ा था। इसके बाद बड़े झंडेवालान मंदिर पहुंचकर बच्ची के अपहरण होने की सूचना पुलिस को दी। मध्य जिले के स्पेशल स्टाफ ने आठ घंटे की जांच के बाद मामले का खुलासा किया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मंजीत को गत वर्ष तीसरी बेटी हुई थी। स्वजन इस बात का ताना मरते थे। गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार शाम को पुलिस को खबर मिली थी कि झंडेवालान मंदिर में दर्शन करने पहुंची भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश अध्यक्ष की पत्नी की गोद से एक माह की बच्ची का बाइक सवार दो बदमाशों ने अपहरण कर लिया। कंट्रोल रूम से कॉल मिलने के बाद आनन-फानन में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने बच्ची का फोटो सर्कुलेट कर सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया। हालांकि यह जानकारी झूठी निकली है। पुलिस की कई टीमें बच्ची की खोजबीन में लग गईं। करीब ढाई घंटे बाद पुलिस ने राहत की सांस ली, जब पता चला कि बच्ची मौरिस नगर इलाके के एक मंदिर की सीढ़ियों पर मिल गई है। मामले में देश बंधु गुप्ता रोड थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
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