उज्जैन। श्री महाकाल महालोक में गुरुवार को त्रिवेणी मंडपम् की छत से शिखरनुमा पत्थर की आकृति गिर गई। इससे नीचे लगी टाइल्स टूटकर चकनाचूर हो गई। पत्थर का वजन चार से साढ़े चार किलो है। घटना के समय कुछ लोग मौके पर मौजूद थे। हालांकि किसी को चोट नहीं लगी। मालूम हो कि चार दिन पहले तेज हवा चलने पर महाकाल महालोक में पेडस्टल पर स्थापित तीन-तीन क्विंटल वजन वाली, 11-11 फीट ऊंची सप्त ऋषियों की मूर्तियां 10 फीट ऊंचाई से गिरने से खंडित हो गई थीं। कांग्रेस ने महाकाल महालोक के निर्माण में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
इधर, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने खंडित मूर्तियों की मरम्मत कराकर उन्हें दोबारा स्थापित कराने को प्रदेश के वित्त, सांख्यिकी एवं उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा को भेजा। उन्होंने, अफसरों को खंडित सप्त ऋषियों की मूर्तियाें की मरम्मत दो सप्ताह में कराकर पुन: स्थापित कराने एवं शेष अन्य सभी मूर्तियों की तकनीकी जांच कराकर उनका सुदृढ़ीकरण करने के निर्देश दिए। इसके पालन में मंगलवार से मूर्तियों की मरम्मत शुरू हुई। बुधवार को मूर्तियाें की रंगाई-पुताई का काम शुरू किया।