शूटरों को था शक: महिला को मारने के बाद नहीं मिलेंगे पैसे, हत्या कांड मामले में पुलिस ने किया खुलासा
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के चोपन थाना क्षेत्र के सिंदुरिया गांव में छह दिन पहले गोली मारकर सुरेंद्र पांडेय के हत्या का खुलासा हो गया है. आज पुलिस अधीक्षक (SP) अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि सालों से चले आ रहे पति-पत्नी के आपसी विवाद था. पति ने अपने पत्नी की हत्या करवाने के लिए दो लाख रुपये में जिन शूटरों को सुपारी दी थी, उन्हीं शूटरों ने सुपारी देने वाले पति की हत्या कर दी और घर से महज 100 मीटर दूर शव को फेंक कर फरार हो गए. एसपी सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच व चोपन पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है और तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी निशानदेही पर दो लाख रुपये का चेक और हथियार भी बरामद किया है.
एसपी ने बताया कि सुबह 08.00 बजे थाना चोपन पर सूचना मिली कि सिंदुरिया निवासी सुरेंद्र पांडेय का शव पड़ा हुआ है. इस सनसनीखेज घटना की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक चोपन सहित पुलिस के अन्य उच्चाधिकारीगण मौके पर पहुंचे. प्रभारी निरीक्षक द्वारा अग्रिम विधिक कार्रवाई की गयी तथा इस सम्बंध में मृतक के बहन की सूचना पर स्थानीय थाने पर मुकदमा दर्ज करवाया. हत्या का खुलासा करने के लिए टीमो का गठन कर कार्यवाही शुरू कर दी गयी.
मुखबिर की सूचना पर पकड़े गए आरोपी
मुखबिर की सूचना पर बुधवार शाम को 17.00 बजे स्वाट/एसओजी/सर्विलांस टीम व थाना चोपन पुलिस मुखबिर की सूचना पर हिन्दुआरी तिराहे के पास से घटना में शामिल शूटरों को गिरफ्तार कर लिया. अभियुक्तों की निशानदेही पर मृतक का मोबाइल फोन, मृतक द्वारा हस्ताक्षरित भारतीय स्टेट बैंक का चेक और मृतक की हीरो सुपर स्प्लेंडर मोटर साइकिल तथा कट्टा (12 बोर) बरामद किया गया.
वहीं पूछताछ में आरोपी शूटरों ने बताया कि मृतक सुरेन्द्र अपनी पत्नी की हत्या कराना चाहता था, जिसके लिये उसने दो महीने पहले चंदन तिवारी नामक व्यक्ति के माध्यम से शूटरों से संपर्क किया. हत्या के लिये 2 लाख रुपये की सुपारी तय हुई थी. शूटरों द्वारा घटना को अंजाम देने से पहले रुपये की मांग की गयी थी. मृतक सुरेन्द्र ने SBI के अपने खाते का बैलेंस और उसके द्वारा साइन किये चेक दिखाये. इसे लेकर उनके मन में शंका उत्पन्न हुई कि कहीं मृतक हत्या हो जाने के बाद उन्हें पैसा देगा या नहीं. इसलिये पत्नी की हत्या करने से अच्छा है कि सुरेन्द्र की हत्या कर वह चेक ले लिया जाये. घटना के दिन मृतक स्वयं शूटरों योगेश व पंकज को लेकर चोपन आया. अपने घर ले जाकर हत्या के लिये तमंचा व कारतूस दिया. जब यह तीनों चोपन आ रहे थे तो रास्ते में सुरेन्द्र किसी से मोबाइल पर बात करने लगा तभी शूटरों के द्वारा पति सुरेंद्र की ही हत्या कर दी.