विज्ञान केंद्र ने बताया कि नेपाल में 4.7 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया
नेपाल (Nepal) में सोमवार को भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.7 रही है. ये झटके सिंधुपालचौक जिले में महसूस किए गए
नेपाल (Nepal) में सोमवार को भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.7 रही है. ये झटके सिंधुपालचौक जिले (Sindhupalchowk district) में महसूस किए गए. नेपाल भूकंप विज्ञान केंद्र (Nepal Seismological Centre) ने बताया कि भूकंप का केंद्र नेपाल के सिंधुपालचौक जिले (Earthquake in Nepal) में स्थित है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक किसी के हताहत होने और संपत्तियों के नुकसान की सूचना नहीं है. कल भी नेपाल के पश्चिमी गोरखा जिले (western Gorkha) में 4.3 तीव्रता का हल्का भूकंप आया था.
वहीं, रविवार को नेपाल के पश्चिमी गोरखा जिले में 4.3 तीव्रता का हल्का भूकंप आया, हालांकि किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली. नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार भूकंप सुबह चार बजकर नौ मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार तड़के तीन बजकर 54 मिनट) पर आया और इसका केंद्र काठमांडू (Kathmandu) से 145 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में जिले के मनाबू गांव में था. भूकंप के झटके काठमांडू घाटी के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए. हालांकि, किसी के हताहत होने या नुकसान की सूचना नहीं मिली. मनाबू के निवासियों ने बताया कि भूकंप के झटके ने 2015 के भूकंप की यादें ताजा कर दीं.
अगस्त में भी आया भूकंप
पूर्वी नेपाल में 12 अगस्त को 4.3 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया. राष्ट्रीय भूकंपीय अनुसंधान केंद्र ने बताया कि भूकंप का झटका सुबह पौने दस बजे महसूस किया गया और इसका केंद्र पूर्वी नेपाल के उदयपुर जिले के पोखड़ी में था. उसने बताया कि झटके के कारण जान-और-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई. अधिकारियों ने बताया था कि यह अभी साफ नहीं है कि यह भूकंप 2015 में आए भूकंप बाद का झटका था या नहीं.
2015 में आए भूकंप ने मचाई थी भारी तबाही
2015 के अप्रैल में नेपाल में शक्तिशाली भूकंप आया था जिसे गोरखा भूकंप के नाम से जाना जाता है. इस भूकंप का केंद्र गोरखा जिले के बार्पाक में था. 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने नेपाल में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें लगभग 9000 लोग मारे गए और लगभग 22,000 अन्य घायल हो गए थे. इसमें 800,000 से अधिक मकान और स्कूल भवन भी क्षतिग्रस्त हुए थे. भूकंप से माउंट एवरेस्ट में हिमस्खलन हो गया था जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी.