भोपाल: मध्य प्रदेश की अभिनव योजना सीखो कमाओ योजना के तहत पंजीयन का सिलसिला आज शुरु हो गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के युवाओं में क्षमता, ऊर्जा, प्रतिभा और टेलेंट है। उद्योगपति और व्यापारिक संस्थान इन्हें काम सिखाएंगे, तो वे उनके प्रतिष्ठान को मालामाल कर देंगे। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और युवाओं के हितों को समान रूप से ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। इससे युवाओं को काम सीखने का मौका मिलेगा और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को स्किल्ड मेनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
चौहान ने इस योजना की चर्चा करते हुए कहा, सीखो-कमाओ योजना का संक्षिप्त रूप एसकेवाय अर्थात् स्काय मतलब आसमान है। युवा आगे आएं, योजना से जुड़ें, आसमान में ऊँची उड़ान भरें और अपने जीवन को सफल और सार्थक बनाए। मैं युवाओं के सपनों को किसी भी कीमत पर मरने नहीं दूंगा। चिड़िया अपने बच्चों को घोसला नहीं पंख देती है, मैं आज पंख देने आया हूं और इसीलिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू की गई है। उन्होंने आईटीआई उत्तीर्ण श्री राज कुशवाह का स्वयं योजना के पोर्टल पर पंजीयन कराकर योजना का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि युवाओं को रोजगार के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास जारी हैं। स्वतंत्रता दिवस पर एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियां देने की बात कही गई थी। अब तक 55 हजार भर्तियां हो चुकी हैं और आगामी 15 अगस्त से पहले एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियां हो जाएंगी। रोजगार के लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि में स्व-रोजगार के लिए ऋण की व्यवस्था की गई है। युवा स्वयं का स्टार्टअप आरंभ कर सकते हैं। प्रदेश में अब तक 2800 स्टार्टअप कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि योजना में 18 से 29 वर्ष के युवा पात्र होंगे। मध्यप्रदेश के स्थायी निवासी योजना का लाभ ले सकेंगे। कक्षा 12वीं उत्तीर्ण को आठ हजार रूपए, आईटीआई उत्तीर्ण को 8500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को नौ हजार रुपये, स्नातक या उच्च शिक्षित को 10 हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध कराने के लिए 700 कोर्सेस चयनित किए गए हैं। इसमें सभी प्रकार के उद्योग, व्यापारिक प्रतिष्ठान, सर्विस सेक्टर आदि को शामिल किया गया है। पोर्टल पर युवा अपनी योग्यता और रूचि के अनुसार गतिविधि चुन सकेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने पंजीकरण की प्रक्रिया को भी युवाओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि समग्र पोर्टल पर आधार ई-केवायसी आवश्यक है। पंजीयन के लिए मोबाइल नंबर एवं ई-मेल आईडी जरूरी है और बैंक खाता आधार से लिंक हो एवं डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर में सक्षम होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं के प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना में अब तक 10 हजार 432 प्रतिष्ठानों ने पंजीयन करा लिया है और 34 हजार 785 वेकेंसी चिन्हित हैं। प्रदेश के साथ ही प्रदेश के बाहर के प्रतिष्ठानों को भी योजना से जोड़ा जा रहा है। यह देश और दुनिया की अद्भुत और अनूठी योजना है। योजना के क्रियान्वयन से जो फीडबेक सामने आएगा, उसके आधार पर भविष्य में आवश्यक सुधार भी किया जाएगा। हम युवाओं के साथ आगे बढ़ेंगे और मध्यप्रदेश को ऊँचाइयों पर पहुंचाएंगे।
सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्यशाली है। यह योजना उद्योगपतियों और युवाओं के लिए लाभप्रद है। इससे युवाओं को उचित प्लेटफार्म मिलेगा। उद्योगों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को उपयुक्त इंटर्न मिल सकेंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।