बाबा बैद्यनाथ और बाबा बासुकीनाथ मंदिर के पुजारी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, श्रावणी पूजा की मांग को लेकर याचिका दाखिल

बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर (Baba Baidyanath Jyotirlinga) और बाबा बासुकीनाथ मंदिर (Baba Basukinath Temple) देवघर में पारंपरिक तरीके से श्रावणी पूजा और गंगा जल चढ़ाने की मांग

Update: 2021-07-29 16:40 GMT

बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर (Baba Baidyanath Jyotirlinga) और बाबा बासुकीनाथ मंदिर (Baba Basukinath Temple) देवघर में पारंपरिक तरीके से श्रावणी पूजा और गंगा जल चढ़ाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अर्ज़ी दाखिल हुई है. बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के पुजारियों के समूह पांडा धर्म रक्षिणी सभा ने सुप्रीम कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की.

याचिका में आवश्यक दिशानिर्देश के साथ सुल्तानगंज बिहार से एकत्रित किये गए गंगा जल के साथ बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के पंडा/पुजारियों को श्रावण के महीने के दौरान पारंपरिक श्रावण पूजा करने की अनुमति देने की मांग की गई. याचिकाकर्ता ने सीमित वैक्सीनेटेड पांडा को कोरोना की प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रतीकात्मक कावंड़ यात्रा करने की भी अनुमति मांगी है.
कोरोना की तीसरी लहर के चलते लगा प्रतिबंध
कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए दूसरी बार श्रावणी मेला नहीं लगा है. बाबाधाम जाने वाले सभी रास्तों को सील किया गया है. शिवगंगा के किनारे नेहरू पार्क के पास भी अस्थायी प्रशासनिक कार्यालया का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. शहर में प्रवेश करने के रास्तों पर इस तरह के कई प्रशासनिक दफ्तर बनाये गये हैं, ताकि लोगों को बाहर में ही रोका जा सके.
वहीं इस साल भी झारखंड के दुमका जिले के बासुकिनाथ में विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला 2021 का आयोजन नहीं होगा. बासुकिनाथ मंदिर प्रशासनिक सह संस्कार भवन सभागार में अपर समाहर्ता राजेश कुमार राय और एसडीओ महेश्वर महतो ने पंडा धर्मरक्षिणी सभा के साथ बैठक कर सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा की कोरोना के कारण राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया है कि बासुकिनाथ मंदिर इस वर्ष भी सावन महीने के दौरान भक्तों के लिए नहीं खोला जायेगा. इस निर्देश के बाद बासुकिनाथ मंदिर में श्रद्धालु नहीं पहुंचे, इसके लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है.


Tags:    

Similar News

-->