बिल्डिंग में लगी आग में फंसे परिवार के लोगो को पुलिस ने जान की बाजी लगाकर निकाला सुरक्षित
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस अपने तेज-तर्रार दिमाग का इस्तेमाल कर जहां एक तरफ अपराधियो को सलाखों के पीछे उनके अंजाम तक पहुंचाने में लगी रहती है। तो वहीं विषम परिस्थितियों में लोगों के अनमोल जीवन को बचा कर वो अपनी सूझबूझ और मानवीय पहलू का भी का परिचय देती है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय थाना इलाके में जहां एक बिल्डिंग में आग लगने की वजह से फर्स्ट और सेकेंड फ्लोर पर रह रहे कुछ लोग इस आग में फंस गए थे। जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने बिना अपनी जान की परवाह किये सूझबूझ से काम लेते हुए वहां फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। जहां बिल्डिंग में आग की वजह से काफी ऊंची लपटें उठ रही थीं तो वहीं आग के कारण पूरी बिल्डिंग धुएं से भर गई थी।
फर्स्ट फ्लोर-सेकेंड फ्लोर पर रहने वाले लोग बिल्डिंग के अंदर ही फंस गए और मदद की गुहार लगा रहे थे। आग ने ग्राउंड फ्लोर स्थित सभी तीन दुकानों को अपने कब्जे में ले लिया था और इस वजह से ऊपर जाने का रास्ता भी ब्लॉक हो चुका था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आसपास के फ्लैटों को खाली करवाया और फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर बुलाया। इस दौरान पुलिस टीम समझदारी दिखाते हुए पास के एक बिल्डिंग से सीढी लेकर आई। जिसे दीवार पर टिकाते हुए बिना अपनी जान की परवाह किए इंस्पेक्टर मंजीत सिंह कॉन्स्टेबल सवांता राम पहली मंजिल पर पहुंचे। फिर पहली और दूसरी मंजिल पर फंसे कुल 14 लोग जिनमें 5 पुरुष 4 महिला और 5 बच्चे शामिल थे उन्हें सुरक्षित एक-एक कर के नीचे उतारा। जहां मौजूद कॉन्स्टेबल सीता राम मुकेश और विष्णु उन्हें सुरक्षित बिल्डिंग से दूर ले गए। इस दौरान फायर टेंडर की टीम भी मौके पर पहुंच गई जिन्होंने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। वहीं इस घटना को लेकर डीसीपी ने बताया कि पुलिस टीम ने अपनी बुद्धिमत्ता और त्वरित प्रतिक्रिया से 14 अनमोल जीवन को बचाया है और इसके लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।