बलाचौर। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रदेश वासियों को सभी सुख सुविधाएं देने का राग अलापते नहीं थकते। दूसरी तरफ तहसील बलाचौर के ब्लाक सड़ोया के गांव चूहड़पुर के लोगों की व्यस्था सुनने से पता चलता है कि गांवों में किस प्रकार का अफसरशाही का राज है कि लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। पानी की समस्या को लेकर गांववासी डिप्टी कमिश्नर नवांशहर, एसडीओ वाटर सप्लाई तक कई बार समस्या बाबत गुहार लगा चुके हैं। गांव चूहड़पुर सत्गुरु भूरीवाले गुरगद्दी परंपरा गरीबदासी संप्रदाय के तीसरे प्रमुख ब्रह्मलीन सत्गुरु ब्रह्मा नंद जी भूूरीवालों (गऊओं वालों) की जन्मस्थली है। गांववासियों की तरफ से 1995 में महाराज गऊओं वालों से आग्रह किया गया था कि उन्हें पीने वाली समस्या से काफी परेशानी हो रही है। गांववासियों की यह समस्या देखते हुए सत्गुरु गऊओं वालों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह को गांव बुला कर इस समस्या का हल करवाया तथा गांव में पीने के पानी का ट्यूबवैल लगवा दिया। इस ट्यूबवैल से चूहड़पुर तथा गांव नानोवाल के लिए सप्लाई थी परंतु किसी कारण बिना रिकार्ड से गांव जीतपुर को भी सप्लाई दे दी गई। जिससे ट्यूबवैल अपनी समर्था से अधिक पानी की सप्लाई देने लगा। जबकि नियमानुसार केवल चूहड़पुर व नानोवाल गांव ही सप्लाई के अधीन थे।
गांव के समाजसेवी किशोर लाल पूर्व पंच जो लंबे समय से गांव की समस्याओं हेतु संघर्ष करते आ रहे हैं, ने बताया कि 1995 में यह स्कीम अस्तित्व में थी। और अब करीब 28 साल हो गए, इस स्कीम का नवीनीकरण भी नहीं किया। बल्कि तकनीकी तौर पर इसके पानी का स्तर काफी नीचे चला गया। इसका अंतिम पाइप भी पड़ चुका है परंतु विभाग नियमों के विपरीत काम ले रहा है। उन्होंने बताया कि वह उक्त मामले में कई बार डिप्टी कमिश्नर नवांशहर को उनके कार्यालय जाकर लिखित आग्रह कर चुके हैं तथा विभाग के एसडीओ, एक्सियन तथा जेई को भी बार-बार मिल चुके हैं परंतु विभाग के लोगों की एक नहीं सुन रहा। लोगों को पीने वाले पानी की बूंद-बूंद को तरसना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग का एक आला अधिकारी सरकार की किरकिरी करवा रहा है। जिसकी शिकायत वह सीएम पंजाब को भी करेंगे। गांव के सरपंच ने कहा सरकार का रवैया इसी प्रकार रहा तो वह संघर्ष करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। जब इस बारे में वाटर सप्लाई एंड सैनीटेशन विभाग के जेई सुरेन्द्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उपरोक्त समस्या के प्रति गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है और मामला उच्च अधिकारियों से संबंधित होने के कारण विभागीय आदेशों के उपरांत ही गांव जीतपुर गांव की सप्लाई बंद कर दी जाएगी।