दौसा। दौसा मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस ने वाहन की रैकी कर चोरी की है, मालिक का नंबर लेकर वाट्स एप पर वाहन के बदले फिरौती मांगी और सौदा नहीं होने पर वाहन का इंजन चेसिस नंबर बदलकर गिरोह का खुलासा किया. गौ तस्करी में करते थे इनका इस्तेमाल, अवैध हथियार समेत पांच गिरफ्तार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी मेवात गिरोह के साथ मिलकर वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. इनके कब्जे से पुलिस ने अलग-अलग जगहों से चोरी किए गए तीन चौपहिया वाहन व देशी तमंचा बरामद किया है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने मेवात गैंग की मिलीभगत से 12 से अधिक चार पहिया वाहन चोरी करने की बात कबूल की है. थानाध्यक्ष अजीत सिंह बड़सरा के नेतृत्व में पूर्व चालान किये गये अपराधियों एवं चोरों के नये गिरोह के आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाकर अलग-अलग जगहों से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इनके कब्जे से एक अवैध देशी कट्टा, 2 कारतूस, एक चोरी का टवेरा, एक इक्को कार व एक बाइक बरामद की है.
पुलिस ने बताया कि आरोपी वाहन चोरी के दौरान लोगों को डराने धमकाने के लिए अपने साथ अवैध हथियार भी रखते थे। पुलिस ने आरोपी लखन उर्फ छगन मीणा, लोकेश बैरवा, राज उर्फ राजकुमार मीणा, महेश कुमार मीणा, जितेंद्र मीणा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके कब्जे से एक देशी कट्टा, 2 कारतूस, एक चोरी का टवेरा, एक इको कार, एक बाइक बरामद की है. पूछताछ में आरोपियों ने करैली से ट्रैक्टर, सिकराय से एंबुलेंस व टवेरा, बालाजी क्षेत्र से एक टवेरा, एक इक्को, एक पिकअप, महवा से एक कार व डंपर, जयपुर से एक बाइक चोरी करना कबूल किया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि स्थानीय इलाकों में घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों की बाइक से रैकिंग की जाती थी रैकी के बाद आरोपितों के साथी फकरू व उमरदीन को बुलाया मास्टर चाबी से ताला तोड़कर शुरू किया. कार अलग-अलग रास्तों से मेवात पहुंची। जहां उमरदीन के भाई जान मोहम्मद और गुलपाड़ा के साले जान मोहम्मद के साले आरिस और अली मोहम्मद की मुख्य मालिक से व्हाट्सएप वार्ता से सौदेबाजी होती है, जिसका सौदा नहीं चलता, उसकी चाची नं. इन्हें बदल-बदल कर बेच देते हैं या गौ तस्करों में ऐसे वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। चोरी से लेकर कार को मेवात पहुंचाने तक गिरोह के सभी सदस्य बाइक पर पुलिस की निगरानी और रेकी करते थे। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गठित टीम में थानाध्यक्ष अजीत बड़सरा, प्रधान आरक्षक धर्मराज सिंह, देवेंद्र कुमार, आरक्षक पंकज, जगमोहन, बृजेश, जिला विशेष टीम के पन्नालाल, सायबर प्रकोष्ठ के जगमल सिंह ने विशेष भूमिका निभाई. को गिरफ्तार किया।