शिवगंगा। मनामदुरै के निवासी और 82 वर्षीय एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी मुथु के सबसे अच्छे दोस्त को अब हमेशा के लिए याद किया जाएगा. एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी और मनामदुरै के निवासी मुथु ने अपने फॉर्म में अपने मृत पालतू कुत्ते टॉम के लिए एक मंदिर बनाया है. उनका मानना है कि यह काम उस पालतू जानवर के साथ उनके लगाव को हमेशा के लिए यादगार बना देगा. मुथु के भतीजे जी मनोज कुमार (32) के मुताबिक लैब्राडोर नस्ल के कुत्ते टॉम को पहले उनके भाई अरुण कुमार ने 11 साल पहले खरीदा था. हालांकि वे छह महीने से ज्यादा समय तक अपने कुत्ते की देखभाल करने में असमर्थ हो गए. इसके बाद मुथु ने स्वेच्छा से उसकी देखभाल की. तब से टॉम जनवरी 2021 में अपनी मृत्यु तक मुथु के साथ ही रहा.
मनोज कुमार ने कहा कि मेरे चाचा ने 10 से अधिक साल तक टॉम की देखभाल की और टॉम ने भी उनके साथ अपनी पूरी वफादारी निभाई. कई बार मुथु ने कहा था कि ये कुत्ता उनके परिवार का सदस्य है और किसी को भी इसके प्रति कोई पक्षपात भरा बर्ताव नहीं करना चाहिए. बहरहाल अचानक टॉम का स्वास्थ्य खराब हो गया काफी इलाज के बावजूद उसकी मौत हो गई. इसके बाद मुथु ने अपने दिवंगत दोस्त टॉम के लिए एक मंदिर बनाने का फैसला किया और टॉम की संगमरमर की मूर्ति बनाने के लिए अपनी बचत से 80,000 रुपये खर्च किए.