हिमाचल प्रदेश के मैदानी जिलों में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को ऊना और कांगड़ा जिलों के कई क्षेत्रों में गर्म हवाएं चलीं। राजधानी शिमला में रविवार शाम को हुई बारिश के बाद सोमवार को भी मौसम में ठंडक बनी रही। शहर में दिन भर बादल छाए रहने के साथ हल्की धूप खिली। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के सभी क्षेत्रों में छह मई तक बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। इस दौरान कई क्षेत्रों में अंधड़ का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार भी जताए गए हैं।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई गई है। उधर, प्रदेश में कानूनगो और पटवारी फील्ड में जाकर सूखे की रिपोर्ट तैयार करेंगे। प्रदेश सरकार ने सभी उपायुक्तों को इसके निर्देश जारी किए हैं। दो दिन के भीतर कर्मचारी जिला उपायुक्तों को रिपोर्ट देंगे। हिमाचल में समय पर बारिश न होने से सूखा पड़ गया है। सेब के अलावा गेहूं और लहसुन की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा बारिश न होने से प्रदेश में 700 पेयजल योजनाओं का जलस्तर भी गिर चुका है।
सूखे के चलते हिमाचल में 60 फीसदी गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। अगर एक सप्ताह के भीतर बारिश नहीं होती है तो स्थिति और गंभीर होने की संभावना है। सूखे को लेकर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ बैठक होनी थी, लेकिन जनमंच के चलते अब यह बैठक सोमवार को प्रस्तावित है। सेब बहुल क्षेत्र में 7,500 फीट तक ऊंचाई वाले बगीचों में सूखे का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। गेहूं की फसल पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है। किसानों को उनकी मेहनत के मुताबिक फसल नहीं मिली है। जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है।
क्षेत्र अधिकतम तापमान न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
ऊना 39.4 21.6
बिलासपुर 36.5 23.5
कांगड़ा 35.6 22.6
हमीरपुर 35.5 22.0
सोलन 35.5 15.2
धर्मशाला 34.8 20.2
चंबा 33.8 17.5
नाहन 32.9 22.1
शिमला 25.9 13.0
कल्पा 24.5 7.6
केलांग 23.2 5.3