संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में चल रहे संस्कृत सप्ताह समारोह का हुआ समापन
वाराणसी। संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में चल रहे संस्कृत सप्ताह समारोह का समापन रविवार को हुआ। कार्यक्रम के समापन समारोह के अवसर पर बतौर अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध वेदांती एवं वरिष्ठ आचार्य प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा से उच्चारण भी शुद्ध होता है। इसलिए, हमें हमारे इतिहास से मिली इतनी बहुमूल्य धरोहर का सम्मान करना चहिए और इसे बचाने के लिए हर मुमकिन प्रयास करना चाहिए। क्योंकि, इस भाषा में बहुत कुछ सीखने को मौजूद है। हमारे सभी महान ऋषियों ने इसी भाषा के माध्यम से कईं रचनाएं की, जिससे आज भी वैज्ञानिक आश्चर्यचकित है। इसलिए प्रतिदिन संस्कृत के अभ्यास का संकल्प लेना चाहिए। संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत विविध प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों को प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी ने पुरस्कृत किया।
व्याकरण शास्त्र की शास्त्रार्थ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रामप्रसाद शुक्ल, द्वितीय-शालिनी पाण्डेय, तृतीय-साक्षी पाण्डेय, न्यायशास्त्र के शास्त्रार्थ में- प्रथम-शिवप्रसाद शुक्ल, द्वितीय-अम्बरीष त्रिपाठी, तृतीय- हर्ष मिश्र, वेदान्तशास्त्र में -प्रथम-देवेन्द्र घिमिरे, संस्कृत गीत प्रतियोगिता में प्रथम-शालिनी पाण्डेय, द्वितीय-प्रज्वल शर्मा, तृतीय-अखिलेश कुमार मिश्र ने प्राप्त किया। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी द्वारा उद्घोषणा की गई कि विश्वविद्यालय में प्रत्येक माह संस्कृत संभाषण शिविर, संस्कृत श्लोक अन्त्याक्षरी तथा संस्कृत गीतों का अभ्यास आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिससे विश्वविद्यालय का सम्पूर्ण परिसर संस्कृतमय रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्ञानेन्द्र सापकोटा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन सह संयोजक डॉ. विजय कुमार शर्मा ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अध्यापक, अतिथि अध्यापक तथा अनेक छात्रों ने भाग लिया।