कानपुर: दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है। कानपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज प्रचार के आखिरी दिन जनसभा और रोड शो कर अपने प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगेंगे। आज के बाद कोई प्रत्याशी चुनाव प्रचार नहीं कर सकेगा। निकाय चुनाव के मतदान का दूसरा चरण 11 मई को है। कानपुर में भी इस तारीख को मतदान किया जाएगा। निर्वाचन अधिकारी ने इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली हैं। चार अलग-अलग रंगों में बैलेट पेपर को प्रिंट कराया गया है, जिसे प्रत्याशियों के हिसाब से ईवीएम पर लगाया जाएगा। इसमें महापौर के नीला बैलेट पेपर और पार्षद के लिए गुलाबी पेपर का इवीएम पर इस्तेमाल किया जाएगा।
चार रंगों से होगा चुनाव
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली से 2.13 लाख बैलेट पेपर प्रिंट होकर आ चुके हैं, जोकि अलग-अलग चार रंगों में प्रिंट कराया गया है। इसमें हरा, नीला, सफेद और गुलाबी रंग का बैलेट पेपर शामिल है। नगर निगम वाले बैलेट पेपर को सभी आरओ को मुहैया करा दिया गया है। इनमें पार्षद और सदस्य पद के लिए गुलाबी रंग का बैलेट पेपर यूज किया जाएगा, जबकि महापौर के लिए नीला रंग का बैलेट पेपर यूज होगा। नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए सफेद और नगर पालिका अध्यक्ष के लिए हरा बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा।
56,064 बैलेट पेपर
राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को मतदान का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। सभी ईवीएम पर प्रत्याशियों के नाम और चुनाव चिह्न के साथ बैलेट पेपर चस्पा किया जाएगा। ईवीएम के लिए 56,064 बैलेट पेपर छापने के लिए दे दिए गए हैं। इसके साथ ही नगर पालिका घाटमपुर और बिल्हौर में 76 हजार और 39,200 बैलेट पेपर की जरूरत है, जबकि नगर पंचायत बिठूर और शिवराजपुर में 21,400 और 21,200 पेपर की जरूरत है।
10 प्रतिशत ज्यादा बैलेट पेपर
यह बैलेट पेपर और सदस्य के लिए अलग-अलग बांटे जाएंगे। जिसके बाद कुल जरूरी बैलेट पेपर की संख्या 2,13,864 है। अभी तक प्रशासन के आंकड़ों में यह गिनती करीब 1.47 लाख थी, जो सटीक आंकलन के बाद बढ़ गई है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वोटिंग के लिए जितने बैलेट पेपर की आवश्यकता होती है उससे 10 प्रतिशत अधिक मतपत्र मंगवाए जाते हैं। दिल्ली से बैलेट पेपर सप्ताह भर पहले आ गए थे। प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न का आवंटन होने के बाद अब इन्हें आरओ को दे दिया गया है।
तीन राज्यों से मंगवाई ईवीएम
चुनाव आयोग ने चुनाव को सकुशल कराने के लिए तीन राज्यों के 11 शहरों से इलेक्ट्रिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) मंगवाई हैं। इन ईवीएम को बिहार, आसाम और पंजाब से लाया गया है, जिसे कड़ी निगरानी के बीच रखवाया गया है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. एसके द्विवेदी ने बताया कि कड़ी निगरानी के बीच रखवाया गया है।
9635 कार्मिक कराएंगे मतदान
नगर निगम के लिए ईवीएम से वोट पड़ेंगे। नगर पालिका व नगर पंचायतों में मतपत्र से मतदान होगा। चुनाव में कुल 9635 कार्मिकों को लगाया गया है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को ईवीएम मशीन की प्रत्येक बटन को चेक करने के निर्देश दिए हैं।
– 181 वार्डों की संख्या
– 562 पोलिंग सेंटर
– 1834 पोलिंग बूथ
– 22.87 कुल वोटर्स
– 47 प्रतिशत महिला वोटर्स
– 53 प्रतिशत पुरुष वोटर्स
– 3 राज्यों के 11 शहरों से मंगाई ईवीएम
– 10326 बैलेट यूनिट
– 6027 कंट्रोल यूनिट