अलीगढ़। क्वार्सी थाना क्षेत्र के देवसैनी स्थित एक घर में शुक्रवार को एक दारोगा का शव मिलने पर हड़कंप मच गया था. अलीगढ़ पुलिस ने दरोगा हत्याकांड का खुलासा करते हुए उनके भतीजे को गिरफ्तार कर लिया. दरोगा के भतीजे द्वारा नकली क्राइम सीन बनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई थी.
दरअसल, देवसैनी स्थित एक मकान में दारोगा रामजी लाल का शव मिला था. शव मिलने की सूचना दारोगा के भतीजे राहुल ने उनके परिवार को दी. दारोगा के पुत्र रंजीत ने तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने तुरंत घर का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंच गई. पुलिस ने दरोगा रामजीलाल को दीनदयाल जिला अस्पताल लेकर पहुंची. यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने अकेले होने के कारण गिरने या दम घुटने से मौत का अंदेशा जताया. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दरोगा की मृत्यु गले की हड्डी टूटना पाया गया. इसके बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई. एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि मृतक दरोगा रामजी लाल के भतीजे राहुल ने उनकी हत्या की है.
उन्होंने बताया कि रामजी लाल एटा जिले के जसरथपुर पुलिस थाने में तैनात थे. वह पिछले कुछ दिनों से अनुपस्थित चल रहे थे. पुलिस की पूछताछ में आरोपी भतीजे राहुल ने बताया कि ताऊ से उसकी अनबन चल रही थी. दोनों के बीच गाली गलौज की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. घटना वाले दिन खाना खाने के बाद रात में दोनों के बीच झगड़ा हुआ. इसके बाद ताऊ का गला दबा दिया, जिससे वह अचेत हो गए थे. एसएसपी ने बताया कि आरोपी राहुल ने पुलिस को गुमराह करने के लिए क्राइम सीन क्रिएट किया. उसने कमरे का अंदर से दरवाजा बंद कर दिया. इसके बाद शुक्रवार की सुबह देवसैनी स्थित आवास पहुंचकर उनके पुत्र को गुमराह किया. पुलिस की फील्ड यूनिट और फॉरेंसिक टीम ने मौका मुआयना किया. हत्या से जुड़े साक्ष्य एकत्र किया. वहीं, दरोगा की पत्नी ने अपने पति का भतीजे से झगड़ा होने और हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया. एसएसपी ने बताया कि आरोपी भतीजे राहुल पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.