दो बीजेपी नेताओं की हत्या, कोर्ट ने मंत्री की भूमिका की जांच के दिए आदेश

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Update: 2021-08-27 01:18 GMT

ओडिशा की एक अदालत ने गुरुवार को पुलिस को निर्देश दिया कि वो इस साल कटक जिले में दो बीजेपी नेताओं की हत्या के मामले में राज्य के कानून मंत्री प्रताप जेना की कथित भूमिका को लेकर आगे की जांच करें. सलीपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) ने मृतक बीजेपी नेताओं में से एक कुलमणि बराल के बेटे रमाकांत बराल के याचिका दायर करने के बाद महांगा पुलिस को मामले में जेना की कथित संलिप्तता को लेकर जांच करने के निर्देश दिए.

अदालत ने अपने आदेश में कहा कि दोहरे हत्याकांड में जेना की कथित संलिप्तता को लेकर पुलिस की जांच में कोई जिक्र नहीं है जबकि 14 आरोपियों वाली एफआईआर में उनका नाम भी शामिल था. महांगा पुलिस ने जहां 12 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया, वहीं इस दस्तावेज में जेना का कोई जिक्र नहीं था. शुरुआत में 14 लोगों के खिलाफ शिकायत की गई थी, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है.
इसी साल 2 जनवरी को दो बीजेपी नेताओं का हुआ था मर्डर
पीड़ित के बेटे ने आरोप लगाया था कि महांगा पुलिस ने दायर आरोपपत्र में कानून मंत्री का नाम हटा दिया है. इसी साल दो जनवरी को कटक जिले में जनकोटी के पास बीजेपी नेता कुलमणि बराल और उनकी सहयोगी दिव्या सिंह बराल पर कुछ लोगों ने धारदार हथियारों से हमला कर दिया. इस हमले में दोनों की मौत हो गई थी. इस दोहरे हत्याकांड के 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
वहीं ओडिशा के कानून मंत्री प्रताप जेना अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और ये घटना बेहद निंदनीय है. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर हत्या को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया.
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