देशभर में कल 73वां गणतंत्र दिवस (Reoublic day 2022) मनाया गया जहां कोरोना महामारी के बीच तमाम गाइडलाइन का पालन करते हुए झंडारोहण (flag hoisting) के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया लेकिन राजस्थान से गणतंत्र दिवस के दिन एक ऐसी घटना सामने आई जिसके बाद हर तरफ उसकी चर्चा हो रही है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में अशोक गहलोत सरकार (ashok gehlot government) में मंत्री तिरंगे को सलामी देना भूल गए जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हो रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिला स्तरीय कार्यक्रम में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (udh minister shanti dhariwal) कलेक्टर के याद दिलाने के बाद भी तिरंगे को सलाम करना भूल गए. वहीं यूडीएच मंत्री के सुरक्षा गार्ड ने मंच पर पहुंचकर सैल्यूट करने के लिए कहा जिसके बाद राष्ट्रगान (national anthem) के 21 सेकंड बीत जाने के बाद उन्होंने तिरंगे को सलामी दी. दरअसल कोटा जिले में गणतंत्र दिवस पर जिला स्तरीय समारोह का आयोजन महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में किया गया था जहां राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. रिपोर्ट के मुताबिक तिरंगा फहराने के बाद 79 वर्षीय मंत्री सैल्यूट करना भूल गए जिन्हें सैल्यूट करने के लिए दो बार याद दिलाना पड़ा.
मंत्री को कोटा कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने स्टेज पर चढ़कर हाथ उठाकर सैल्यूट करने का इशारा किया जिसके बाद भी काफी देर तक तिरंगे को सैल्यूट नहीं करने मंत्री के सुरक्षा गार्ड ने उन्हें सैल्यूट करने को कहा. सुरक्षा गार्ड मंच पर पहुंचा और मंत्री को सैल्यूट करने को कहा. बता दें कि शांति धारीवाल ने राष्ट्रगान बजने के 21 सैकेंड के बाद सैल्यूट किया.