नाबालिग लड़का तैरते हुए भारत से बांग्लादेश जा पहुंचा, मगर...
अब किशोर के पिता ने बेटे की घरवापसी की गुहार लगाई है.
सिलचर: पिछले कुछ दिनों से लापता एक 17 वर्षीय भारतीय लड़के ने सोमवार को कुशियारा नदी तैरकर भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर ली। इस तरह किशोर तैरते हुए भारत से बांग्लादेश जा पहुंचा। अब किशोर के पिता ने बेटे की घरवापसी की गुहार लगाई है। बीएसएफ के एक अधिकारी का कहना है कि लड़का अभी बरामद नहीं हुआ है और दोनों देशों के सुरक्षा बल उसे खोजने की कोशिश कर रहे हैं।
असम के करीमगंज पुलिस के मुताबिक, अभिजीत दास नाम का लड़का करीमगंज जिले के बजरीचेरा थाना क्षेत्र के रंगमती इलाके का रहने वाला है। वह 18 नवंबर से लापता था और उसके माता-पिता ने भी पुलिस को इसकी सूचना दी थी। लेकिन बताया जा रहा है कि सोमवार को उसने करीमगंज कस्बे के पास के एक इलाके से नदी में छलांग लगा दी और उसे पार करके बांग्लादेश जा पहुंचा।
बीएसएफ के एक ऑन-ड्यूटी अधिकारी ने कहा, "इससे पहले कि हम समझ पाते कि क्या हो रहा था, लड़के ने सीमा पार कर ली। हमने तुरंत बांग्लादेश की सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया और उन्होंने लड़के को रोकने का आश्वासन दिया। लेकिन अभी लड़के की लोकेशन नहीं मिल पा रही है लेकिन हम उसे ढूंढ लेंगे।"
मिली जानकारी के अनुसार, अभिजीत के घर से निकलने के बाद उसके माता-पिता ने बजरीचारा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। स्थानीय पुलिस ने उसके पिता निशिंद्र दास को नदी पार करते समय उसका एक वीडियो देखकर उसकी पहचान करने के लिए बुलाया था। जिसके बाद मामले की पुष्टि हुई कि अभिजीत नदी पार करके बांग्लादेश जा पहुंचा। अभिजीत के घरवालों ने अधिकारियों से अपने बेटे को भारत वापस लाने की अपील की है।
गौरतलब है कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की बटालियन 7 भारत और बांग्लादेश के बीच नदी रेखा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर करीमगंज में तैनात है। इस घटना के बाद से उनकी निगरानी जांच के घेरे में है जब एक व्यक्ति ने दिन के उजाले में नदी पार की। करीमगंज के लाटू इलाके के रहने वाले सुदीप दास के मुताबिक कुछ दिन पहले स्थानीय लोगों ने कुशियारा नदी तैरकर सीमा पार करने वाले दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़कर बीएसएफ के हवाले किया था।
करीमगंज के एसपी पद्मनाभ बरुआ ने हालांकि दावा किया कि वे अभी भी सीमा पार करने वाले व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "कुशियारा एक खुली नदी की सीमा है और कोई बाड़ नहीं है। बीएसएफ को अलग-अलग प्वाइंट पर तैनात किया गया है और लड़के ने इसके बीच एक जगह चुनी है। हमने सुना है कि बजरीचेरा का एक लड़का लापता था और संभावना है कि यह वही व्यक्ति जिसने सीमा पार की थी। लेकिन हम अभी तक इस तथ्य को साबित नहीं कर पाए हैं।"