11 साल से शख्स था मरा हुआ! अचानक उसकी निकली ऐसी पहचान सब हुए हैरान
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
Harda. हरदा। ग्यारह साल पहले जिस युवक की स्वजन ने हत्या होने की आशंका जताई थी उसे पुलिस ने दिल्ली से ढूंढ निकाला। 39 वर्षीय युवक दिल्ली में अंगूरी किन्नर के नाम से रह रहा था। हत्या व गुमशुदगी का यह अनोखा मामला जिले के रहटगांव थाना क्षेत्र का है। युवक के लौटने से जहां स्वजन खुश हैं तो हत्या के आरोपितों ने राहत की सांस ली। टिमरनी एसडीओपी आकांक्षा तलया के नेतृत्व में गठित सात सदस्यों की पुलिस टीम ने करीब दस माह में मामले का खुलासा किया। एसपी अभिनव चौकसे और एसडीओपी तलया ने शनिवार शाम पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता में मामले की जानकारी दी। एसडीओपी तलया ने बताया कि रहटगांव थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह भदौरिया के नेतृत्व में टीम गठित युवक को दिल्ली से खोजकर हरदा लेकर आई।
जुलाई 2013 में गुमशुदगी दर्ज कर राजसिंह (परिवर्तित नाम) की तलाश शुरू की गई। गुमशुदा की जब कोई जानकारी नहीं मिली तो पिता ने विशेष सत्र न्यायालय हरदा में परिवाद दायर किया। गांव के ही पांच ग्रामीणों पर युवक की हत्या कर साक्ष्य मिटाने, शव को छुपाने का आरोप लगाया। न्यायालय ने अगस्त 2017 में तथ्यों के अनुसार केस दर्ज कर जांच के निर्देश दिए। जब गुमशुदा की हत्या संबंधी कोई साक्ष्य नहीं मिले तो अगस्त 2019 में केस खत्म किया गया। पिता ने पुलिस कार्रवाई संतुष्ट न होने पर फरवरी 2023 में खात्मा अस्वीकृत कर दोबारा जांच की मांग की। इसके बाद पुनः फाइल खोलकर मामले की जांच शुरू की गई।
एसडीओपी तलया ने बताया कि सितंबर 2023 में उन्हें मामले की जांच मिली। जांच में गुमशुदा के स्वजन, ग्रामवासियों व संदेहियों से दोबारा पूछताछ की पर कामयाबी नहीं मिली। लोगों से पूछताछ में जब यह पता चला कि गुमशुदा का रहन-सहन और बात करने का तरीका किन्नर जैसा था। इस कारण गांव में लोग उसे चिढ़ाते भी थे। हरदा सहित आसपास जिलों की किन्नर टोलियों से गुमशुदा के फोटो व पर्चे दिखाकर पूछताछ की। पुलिस को पता चला कि गुमशुदा जीवित है तथा दिल्ली व पंजाब के अलग अलग क्षेत्रों मे किन्नर के रूप मे रहकर जीवन यापन कर रहा है। इसके बाद पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची और गुमशुदा को लेकर हरदा पहुंची। युवक ने पुलिस से मीडिया में उसकी असली पहचान उजागर न करने की मांग की। इस कारण पुलिस ने बदला हुआ नाम बताया।